ए पी जे अब्दुल कलाम जीवन परिचय - APJ Abdul Kalam Biography in Hindi

अब्दुल कलाम का जन्म : APJ Abdul Kalam Birthday
अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तामिलनाडु के रामेश्वरम कस्बे के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। उनके पिता जैनुल आब्दीन नाविक थे। वे पाँच वक्त के नमाजी थे और दूसरों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहते थे। कलाम की माता का नाम आशियम्मा था। वे एक धर्मपरायण और दयालु महिला थीं। सात भाई-बहनों वाले पविवार में कलाम सबसे छोटे थे, इसलिए उन्हें अपने माता-पिता का विशेष दुलार मिला।
पाँच वर्ष की अवस्था में रामेश्वमरम के प्राथमिक स्कूल में कलाम की शिक्षा का प्रारम्भ हुआ। उनकी प्रतिभा को देखकर उनके शिक्षक बहुत प्रभावित हुए और उनपर विशेष स्नेह रखने लगे। एक बार बुखार आ जाने के कारण कलाम स्कूल नहीं जा सके। यह देखकर उनके शिक्षक मुत्थुश जी काफी चिंतित हो गये और वे स्कूल समाप्त होने के बाद उनके घर जा पहुँचे। उन्होंने कलाम के स्कूल न जाने का कारण पूछा और कहा कि यदि उन्हें किसी प्रकार की सहायता की आवश्यकता हो, तो वे नि:संकोच कह सकते हैं।
अब्दुल कलाम का जीवन परिचय : APJ Abdul Kalam in Hindi
यह ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जीवन परिचय ( APJ Abdul Kalam Biography in Hindi) का प्रारम्भिक भाग है। कलाम का बचपन बड़ा संघर्ष पूर्ण रहा। वे प्रतिदिन सुबह चार बजे उठ कर गणित का ट्यूशन पढ़ने जाया करते थे। वहाँ से 5 बजे लौटने के बाद वे अपने पिता के साथ नमाज पढ़ते, फिर घर से तीन किलोमीटर दूर स्थित धनुषकोड़ी रेलवे स्टेशन से अखबार लाते और पैदल घूम-घूम कर बेचते। 8 बजे तक वे अखबार बेच कर घर लौट आते। उसके बाद तैयार होकर वे स्कूल चले जाते। स्कूल से लौटने के बाद शाम को वे अखबार के पैसों की वसूली के लिए निकल जाते।
कलाम की लगन और मेहनत के कारण उनकी माँ भोजन के मामले में उनका विशेष ध्यान रखती थीं। दक्षिण में चावल की पैदावार अधिक होने के कारण वहाँ रोटियाँ कम खाई जाती हैं। लेकिन इसके बावजूद कलाम को रोटियों से विशेष लगाव था। इसलिए उनकी माँ उन्हें प्रतिदिन खाने में दो रोटियाँ अवश्य दिया करती थीं। एक बार उनके घर में खाने में गिनी-चुनीं रोटियाँ ही थीं। यह देखकर माँ ने अपने हिस्से की रोटी कलाम को दे दी। उनके बड़े भाई ने कलाम को धीरे से यह बात बता दी। इससे कलाम अभिभूत हो उठे और दौड़ कर माँ से लिपट गये।
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Abdul Kalam Family Photos |
अब्दुल कलाम की शिक्षा दीक्षा Abdul Kalam Education
प्राइमरी स्कूल के बाद कलाम ने श्वार्ट्ज हाईस्कूल, रामनाथपुरम में प्रवेश लिया। वहाँ की शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने 1950 में सेंट जोसेफ कॉलेज, त्रिची में प्रवेश लिया। वहाँ से उन्होंने भौतिकी और गणित विषयों के साथ बी.एस-सी. की डिग्री प्राप्त की। अपने अध्यापकों की सलाह पर उन्होंने स्नातकोत्तर शिक्षा के लिए मद्रास इंस्टीयट्यूट ऑफ टेक्ना्लॉजी (एम.आई.टी.), चेन्नई का रूख किया। वहाँ पर उन्होंने अपने सपनों को आकार देने के लिए एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग का चयन किया।
कलाम के जीवन का स्वर्णिम सफर : APJ Abdul Kalam Biography in Hindi
अब हम ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जीवन परिचय APJ Abdul Kalam in Hindi के दूसरे हिस्से में चलते हैं। डॉ. कलाम की हार्दिक इच्छा थी कि वे वायु सेना में भर्ती हों तथा देश की सेवा करें। किन्तु इस इच्छा के पूरी न हो पाने पर उन्होंने बे-मन से रक्षा मंत्रालय के तकनीकी विकास एवं उत्पाद DTD & P (Air) का चुनाव किया। वहाँ पर उन्होंने 1958 में तकनीकी केन्द्र (सिविल विमानन) में वरिष्ठ वैज्ञानिक सहायक का कार्यभार संभाला। उन्होंने अपनी प्रतिभा के बल पर वहाँ पहले ही साल में एक पराध्वनिक लक्ष्यभेदी विमान की डिजाइन तैयार करके अपने स्वर्णिम सफर की शुरूआत की।
डॉ. कलाम के जीवन में महत्वपूर्ण मोड़ तब आया, जब वे 1962 में 'भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन' (Indian Space Research Organisation-ISRO) से जुड़े। यहाँ पर उन्होंने विभिन्न पदों पर कार्य किया। उन्होंने अपने निर्देशन में उन्न(त संयोजित पदार्थों का विकास आरम्भ किया। उन्होंने त्रिवेंद्रम में स्पेस साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी सेंटर (एस.एस.टी.सी.) में ‘फाइबर रिइनफोर्स्ड प्लास्टिक’ डिवीजन (Fibre Reinforced Plastics -FRP) की स्थापना की। इसके साथ ही साथ उन्होंने यहाँ पर आम आदमी से लेकर सेना की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अनेक महत्वपूर्ण परियोजनाओं की शुरूआत की।
ए पी जे अब्दुल कलाम की उपलब्धियां : APJ Abdul Kalam Inventions
उन्हीं दिनों इसरो में स्वदेशी क्षमता विकसित करने के उद्देश्य से ‘उपग्रह प्रक्षेपण यान कार्यक्रम’ (Satellite Launching Vehicle-3) की शुरूआत हुई। कलाम की योग्यताओं को दृष्टिगत रखते हुए उन्हें इस योजना का प्रोजेक्ट डायरेक्टर नियुक्त किया गया। इस योजना का मुख्य उद्देश्य था उपग्रहों को अंतरिक्ष में स्थायपित करने के लिए एक भरोसेमंद प्रणाली का विकास एवं संचालन। कलाम ने अपनी अद्भुत प्रतिभा के बल पर इस योजना को भलीभाँति अंजाम तक पहुँचाया तथा जुलाई 1980 में ‘रोहिणी’ उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा के निकट स्थापित करके भारत को ‘अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष क्लब’ के सदस्य के रूप में स्थापित कर दिया।
डॉ0 कलाम ने भारत को रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से रक्षामंत्री के तत्कालीन वैज्ञानिक सलाहकार डॉ0 वी.एस. अरूणाचलम के मार्गदर्शन में ‘इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम’ (Integrated Guided Missile Development Programme-IGMDP) की शुरूआत की।
यह समय डा कलाम के जीवन का महत्वपूर्ण भाग ( APJ Abdul Kalam in Hindi ) था। इस योजना के अंतर्गत ‘त्रिशूल’ (नीची उड़ान भरने वाले हेलाकॉप्ट रों, विमानों तथा विमानभेदी मिसाइलों को निशाना बनाने में सक्षम), ‘पृथ्वी’ (जमीन से जमीन पर मार करने वाली, 150 किमी0 तक अचूक निशाना लगाने वाली हल्कीं मिसाइल), ‘आकाश’ (15 सेकंड में 25 किमी तक जमीन से हवा में मार करने वाली यह सुपरसोनिक मिसाइल एक साथ चार लक्ष्यों पर वार करने में सक्षम), ‘नाग’ (हवा से जमीन पर अचूक मार करने वाली टैंक भेदी मिसाइल), ‘अग्नि’ (बेहद उच्च तापमान पर भी ‘कूल’ रहने वाली 5000 किमी0 तक मार करने वाली मिसाइल) एवं ‘ब्रह्मोस’ (रूस से साथ संयुक्त् रूप से विकसित मिसाइल, ध्व़नि से भी तेज चलने तथा धरती, आसमान और समुद्र में मार करने में सक्षम) मिसाइलें विकसित हुईं।
इन मिसाइलों के सफल प्रेक्षण ने भारत को उन देशों की कतार में ला खड़ा किया, जो उन्नत प्रौद्योगिकी व शस्त्र प्रणाली से सम्पन्न हैं। रक्षा क्षेत्र में विकास की यह गति इसी प्रकार बनी रहे, इसके लिए डॉ0 कलाम ने डिपार्टमेन्ट ऑफ डिफेंस रिसर्च एण्डर डेवलपमेन्टं ऑर्गेनाइजेशन अर्थात डी.आर.डी.ओ. (Defence Research and Development Organisation-DRDO) का विस्तार करते हुए आर.सी.आई. नामक एक उन्नत अनुसंधान केन्द्र की स्थापना भी की।
डॉ0 कलाम ने जुलाई 1992 से दिसम्बर 1999 तक रक्षा मंत्री के विज्ञान सलाहकार तथा डी.आर.डी.ओ. के सचिव के रूप में अपनी सेवाएँ प्रदान कीं। उन्होंने भारत को ‘सुपर पॉवर’ बनाने के लिए 11 मई और 13 मई 1998 को सफल परमाणु परीक्षण किया। इस प्रकार भारत ने परमाणु हथियार के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण सफलता अर्जित की।
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Abdul Kalam Pencil Drawing |
डॉ0 कलाम नवम्बर 1999 में भारत सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार रहे। इस दौरान उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्रदान किया गया। उन्होंने भारत के विकास स्तर को विज्ञान के क्षेत्र में अत्याधुनिक करने के लिए एक विशिष्ट सोच प्रदान की तथा अनेक वैज्ञानिक प्रणालियों तथा रणनीतियों को कुशलतापूर्वक सम्पन्न कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नवम्बर 2001 में प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार का पद छोड़ने के बाद उन्होंने अन्ना विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में अपनी सेवाएँ प्रदान कीं। उन्होंने अपनी सोच को अमल में लाने के लिए इस देश के बच्चों और युवाओं को जागरूक करने का बीड़ा लिया। इस हेतु उन्होंने निश्चय किया कि वे एक लाख विद्यार्थियों से मिलेंगे और उन्हें देश सेवा के लिए प्रेरित करने का कार्य करेंगे।
डॉ0 कलाम अपने जीवन के सर्वोच्च शिखर APJ Abdul Kalam in Hindi ) पर पहुंचते हुए( 25 जुलाई 2002 को भारत के ग्यारहवें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित हुए। वे 25 जुलाई 2007 तक इस पद पर रहे। वह अपने देश भारत को एक विकसित एवं महाशक्तिशाली राष्ट्र के रूप में देखना चाहते हैं। उनके पास देश को इस स्थान तक ले जाने के लिए एक स्पष्ट और प्रभावी कार्य योजना है। उनकी पुस्तक 'इण्डिया 2020' में उनका देश के विकास का समग्र दृष्टिकोण देखा जा सकता है। वे अपनी इस संकल्पना को उद्घाटित करते हुए कहते हैं कि इसके लिए भारत को कृषि एवं खाद्य प्रसंस्ककरण, ऊर्जा, शिक्षा व स्वास्थ्य, सूचना प्रौद्योगिकी, परमाणु, अंतरिक्ष और रक्षा प्रौद्योगिकी के विकास पर ध्यान देना होगा।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की पुस्तकें : APJ Abdul Kalam Books in Hindi
डॉ. अब्दुल कलाम भारतीय इतिहास के ऐसे पुरूष हैं, जिनसे लाखों लोग प्रेरणा ग्रहण करते हैं। अरूण तिवारी लिखित उनकी जीवनी 'विंग्स ऑफ़ फायर' (Wings of Fire) भारतीय युवाओं और बच्चों के बीच बेहद लोकप्रिय है। उनकी लिखी पुस्तकों में 'गाइडिंग सोल्स: डायलॉग्स ऑन द पर्पज ऑफ़ लाइफ' (Guiding Souls Dialogues on the Purpose of life) एक गम्भीर कृति है, जिसके सह लेखक अरूण के. तिवारी हैं। इसमें उन्होंने अपने आत्मिक विचारों को प्रकट किया है।
इनके अतिरिक्त उनकी अन्य चर्चित पुस्तकें हैं- ‘इग्नाइटेड माइंडस: अनलीशिंग दा पॉवर विदीन इंडिया’ (Ignited Minds:Unleashing The Power Within India), ‘एनविजनिंग अन एमपावर्ड नेशन: टेक्नोलॉजी फॉर सोसायटल ट्रांसफारमेशन’ (Envisioning an Empowered Nation: Technology for Societal Transformation), ‘डेवलपमेंट्स इन फ्ल्यूड मैकेनिक्सि एण्ड स्पेस टेक्नालॉजी’ (Developments in Fluid Mechanics and Space Technology), सह लेखक- आर. नरसिम्हा, ‘2020: ए विज़न फॉर दा न्यू मिलेनियम’ (2020- A Vision for the New Millennium) सह लेखक- वाई.एस. राजन, ‘इनविज़निंग ऐन इम्पॉएवर्ड नेशन: टेक्नोमलॅजी फॉर सोसाइटल ट्राँसफॉरमेशन’ (Envisioning an Empowered Nation: Technology for Societal Transformation) सह लेखक- ए. सिवाथनु पिल्ललई।
डॉ. कलाम ने तमिल भाषा में कविताएँ भी लिखी हैं, जो अनेक पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं। उनकी कविताओं का एक संग्रह ‘दा लाइफ ट्री’ (The Life Tree) के नाम से अंग्रेजी में भी प्रकाशित हुआ है।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को प्राप्त पुरस्कार APJ Abdul Kalam Awards
डॉ0 कलाम की विद्वता एवं योग्यता को दृष्टिगत रखते हुए सम्मान स्वरूप उन्हें अन्ना यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, कल्याणी विश्वविद्यालय, हैदराबाद विश्वविद्यालय, जादवपुर विश्वविद्यालय, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, मैसूर विश्वविद्यालय, रूड़की विश्वविद्यालय, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, मद्रास विश्वविद्यालय, आंध्र विश्वविद्यालय, भारतीदासन छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, तेजपुर विश्वविद्यालय, कामराज मदुरै विश्वविद्यालय, राजीव गाँधी प्रौद्यौगिकी विश्वविद्यालय, आई.आई.टी. दिल्ली, आई.आई.टी; मुम्बई, आई.आई.टी. कानपुर, बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाजी, इंडियन स्कूल ऑफ साइंस, सयाजीराव यूनिवर्सिटी औफ बड़ौदा, मनीपाल एकेडमी ऑफ हॉयर एजुकेशन, विश्वेश्वरैया टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी ने अलग-अलग ‘डॉक्टर ऑफ साइंस’ की मानद उपाधियाँ प्रदान की।
इसके अतिरिक्त् जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी, हैदराबाद ने उन्हें ‘पी-एच0डी0’ (डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी) तथा विश्वभारती शान्ति निकेतन और डॉ0 बाबासाहब भीमराव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी, औरंगाबाद ने उन्हें ‘डी0लिट0’ (डॉक्टर ऑफ लिटरेचर) की मानद उपाधियाँ प्रदान कीं।
इनके साथ ही साथ वे इण्डियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग, इण्डियन एकेडमी ऑफ साइंसेज, बंगलुरू, नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज, नई दिल्ली के सम्मानित सदस्य, एरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया, इंस्टीट्यूशन ऑफ इलेक्ट्रानिक्स एण्ड् टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनियर्स के मानद सदस्य, इजीनियरिंग स्टॉफ कॉलेज ऑफ इण्डिया के प्रोफेसर तथा इसरो के विशेष प्रोफेसर भी रहे।
डॉ0 ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जीवन परिचय ( APJ Abdul Kalam in Hindi ) किसी रोचक उपन्यास के महानायक की तरह रही है। उनके द्वारा किये गये विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विकास के कारण उन्हें विभिन्न संस्थाओं ने अनेकानेक पुरस्कारों/ सम्मानों से नवाजा है। उनको मिले पुरस्कार/ सम्मान निम्नानुसार हैं:
नेशनल डिजाइन एवार्ड-1980 (इंस्टीटयूशन ऑफ इंजीनियर्स, भारत),
डॉ0 बिरेन रॉय स्पे्स अवार्ड-1986 (एरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इण्डिया),
ओम प्रकाश भसीन पुरस्कायर,
राष्ट्रीय नेहरू पुरस्कार-1990 (मध्य प्रदेश सरकार),
आर्यभट्ट पुरस्कार-1994 (एस्ट्रोपनॉमिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया),
प्रो. वाई. नयूडम्मा (मेमोरियल गोल्ड मेडल-1996 (आंध्र प्रदेश एकेडमी ऑफ साइंसेज),
जी.एम. मोदी पुरस्कार-1996,
एच.के. फिरोदिया पुरस्कार-1996, वीर सावरकर पुरस्कार-1998 आदि।
उन्हें राष्ट्रीय एकता के लिए इन्दिरा गाँधी पुरस्कार (1997) भी प्रदान किया गया। इसके अलावा भारत सरकार ने उन्हें क्रमश: पद्म भूषण (1981), पद्म विभूषण (1990) एवं ‘भारत रत्न’ सम्मान (1997) से भी विभूषित किया गया।
अब्दुल कलाम का निधन - APJ Abdul Kalam Death Date
सादा जीवन जीवन जीने वाले तथा उच्च विचार ( Abdul Kalam Thoughts in Hindi ) धारण करने वाले डॉ कलाम ने 27 जूलाई, 2015 को अपने जीवन की आख़िरी सांस ली। वे अपनी उन्नत प्रतिभा के कारण सभी धर्म, जाति एवं सम्प्रदायों की नजर में महान आदर्श के रूप में स्वीकार्य रहे हैं। भारत की वर्तमान पीढ़ी ही नहीं अपितु आने वाली अनेक नस्लें उनके महान व्यक्तित्व ( APJ Abdul Kalam in Hindi ) से प्रेरणा ग्रहण करती रहेंगी। उनके सम्मान में उत्तर प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश प्राविधिक विश्वविद्यालय Uttar Pradesh Technical University का नाम बदलकर APJ Abdul Kalam Technical University रखा है जिसे बोलचाल की भाषा में APJ Abdul Kalam Technological University भी कहा जाता है। ('भारत के महान वैज्ञानिक' पुस्तक के अंश, अन्यत्र उपयोग पूर्णत: प्रतिबंधित)
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बहुत अच्छी और प्रेरक जानकारी दी आपने। साधुवाद।
जवाब देंहटाएंभारतीय युवाओं के लिए प्रेरणा दाई. वे सभी के चहेता रहे हैं. उनके जीवन मूल्यों पर यह आलेख महत्वपूर्ण है. आपका आभार.
जवाब देंहटाएंLEGEND N LEGEND FOR EVER
जवाब देंहटाएंOUR BELOVED ONE!
प्रेरक जानकारी ... शायद यही एक व्यक्ति हैं जो राजनीति में थे ओर भारत में हर कोई इनको आदर भाव से देखता है ...
जवाब देंहटाएंएक विराट व्यक्तित्व के धनी है हमारे मिसाइल मैन ।
जवाब देंहटाएंmai inka bahu t bada fan hu (misail man)
जवाब देंहटाएंAbdul kalam ji main apki bht bht badi fan hu I really misssd you
जवाब देंहटाएंविज्ञानी औ कवि ,रवि जैसा रहता जिसका काम ,
जवाब देंहटाएंस्वयंप्रकाशित हो प्रकाश दे बढ़कर आठों याम ,
बात अध्ययन और मनन की ,पुस्तकों की रूचि सयत्न,
विज्ञान में लीन ,नर श्रेष्ठ डॉ० अब्दुल कलाम
साभार-डॉ० ताराचन्द्र 'बेकल '
abdul kalam ji ka jivan sare jahan ke liye prernastrot h
जवाब देंहटाएंabdul kalam ji ka jivan sare jahan ke liye prernastrot h
जवाब देंहटाएंabdul kalam ji ka jivan sare jahan ke liye prernastrot h
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जवाब देंहटाएंAbdul kalam me NE ap se prerna le me ap ki trh bad insan bnonga
जवाब देंहटाएंGreat man of india................
जवाब देंहटाएंAbdul kalam is a really great man of India
जवाब देंहटाएंMy Great leder ia APJ Abdul Kalam.
जवाब देंहटाएंapj is a great
जवाब देंहटाएंThanks. I always follow you Dr.kalam u r real Indian
जवाब देंहटाएंI always follow u u r real Indian . U r great Dr.kalam
जवाब देंहटाएंMai hi nahi hum ssabhi Missile man ko salute kartey hai.
जवाब देंहटाएंA big inspiration of youth.......................................truly amezing person............:)
जवाब देंहटाएंSIR Mai aapka bahut bada fan hu u r great sir
जवाब देंहटाएंLate Dr. A. P. J. Kalam ko Desh ki Ajivan seva ke liye hamesha yad kiye jayenge, Unki mahan Atma ko shanti mile....Arvind
हटाएंthe gratest man in india
हटाएंSir aap jaisa insan milana namunkin bhai app sadaiv sabhi ke prernashrot bane rahengen
जवाब देंहटाएंनिश्छल , निष्कलंक व महान सोच के धनी थे कलाम सहाब
जवाब देंहटाएंप्रेरणादायक जीवनी |
जवाब देंहटाएंhe was inspirational person for our nation.
जवाब देंहटाएंJis tarah se aapne apni chhavi banaayi rakhi , isi tarah koi naa koi banaana chahega , chaahe usme koi bhi ho ...
जवाब देंहटाएंMai , tum yaa phir koi bhi
Life me motivate karne ke liye THANKS... APJ SIR(u)(u)(u)
apj hamare desh ke ek mahan bagayanik rahi unke es durghatna se hamara pura desh dukhit mahe sush kar rah hai aur eska asar sabse jada asar hum yunaopar pada hai es ke liye hume bahot hi khed rahega ki hamne ek sarvgunsampan bagayanik khoya hai aur hum yunao ko unke jaisa soch aur bichar rakhana chaye unohane hamra desh ke liye ek ache margdarsak dekar gaye hai jai bharat my name basant kumar rai up.varansi p. tikari .village kishkindhdhpur
हटाएंht
हटाएंSapNa o nhi jo sote samay deho balki sapna o hai jo aap ko sone na de......great line ..A.P.J .KALAM
जवाब देंहटाएंJivan aur mrityu ye to hamari Prakriti ka niyam h.aur aap hamari prakriti k Gyanrupi Divyapunj rhe. Apne akhiri saas bhi gyan k Prakash k bich hi li...I think ye apki life ki happy ending rhi....but we always miss u a lot.....hmme se hr Hindustani khud par hmesa garv krega, only bcoz of u........Ham us desh k vasi hai jis desh me KALAM rhte hain.
जवाब देंहटाएंreally he was a great
जवाब देंहटाएंजो कुँवारा होता हैं उसके लिए कहा जाता हैं की इसके लिए रोने वाला कोई नही हैं लेकिन डॉ कलाम साहब का हिंदुस्तान ही नही सम्पूर्ण विश्व् में कद इतना ऊँचा था की उनके लिए हर हिंदुस्तानी की आँखे नम हैं, हर कोई ग़मगीन हैं। भावभीनी श्रदांजलि।
जवाब देंहटाएंdesh ke misail man yuva o k prenna estrot or baccho ke rasthpati dr. apj abdul kalam sahab ke na hone par aj desh ki ankh nam or duniya ko 1 mahan sintest ki kam khal rahi he
जवाब देंहटाएंMAHAN Dr.APJ abdul kalam k na rahne se ajj hindustan budda ho gaya hai.........kalam sahab ko salam...........
जवाब देंहटाएंWe proud of our president
जवाब देंहटाएंWe proud of our president
जवाब देंहटाएंWe proud of our president
जवाब देंहटाएंmy india in great men and nice thinking
जवाब देंहटाएंkalam is great person in india
जवाब देंहटाएंabdul kalam is give a super power to india in the form of agni
जवाब देंहटाएंvery good
जवाब देंहटाएंvery nice and proud of Dr.A.P.J.Abdul kalam aazad
जवाब देंहटाएंKalam saheb bahut achche the
जवाब देंहटाएंदेश के महान वैज्ञानिक और व्यक्तित्व
जवाब देंहटाएंJi Ha mujhe bhi apne Desh ke liye kaam karne vale A.P.J.Abdul.Kalam Sir ji par bahut Naj hai ki Hamare Desh me kuch log aise bhi Hai, Desh ke liye jaan bhi de dete hai.Bahut acha hai ki aisa {Parmanu bom} aka parichan kiya hai.Jo Desh ke hit me Hai.Aur Sikh milti hai.Ki Haam Bhartiy Hai....
जवाब देंहटाएंवाह!
जवाब देंहटाएंमहान आत्मा की स्मृति को नमन।
🙏