(डायचे वेले द्वारा 'तस्लीम' (अब 'साइंटिफिक वर्ल्ड') को सर्वश्रेष्ठ हिन्दी ब्लॉग-2013 चुने जाने पर त्वरित प्रतिक्र...
(डायचे वेले द्वारा 'तस्लीम' (अब 'साइंटिफिक वर्ल्ड') को सर्वश्रेष्ठ हिन्दी ब्लॉग-2013 चुने जाने पर त्वरित प्रतिक्रिया)
और फिर एक दिन जब पहेलियों ने अपना शतक पूरा किया, तो उस समय तक एक अरूचि सी होने लगी थी पहेलियों से, सो उस वजह से भी और छिटपुट उठने वाले विवादों के कारण भी बाद में पहेलियों का प्रकाशन बंद हो गया और 'तस्लीम' ने अंधविश्वास केन्द्रित विषयों पर अपना ध्यान केन्द्रित किया। चूंकि यह स्वर कुछ लोगों को अखर रहा था, सो इसका विरोध भी शुरू हुआ, पर तस्लीम अपने मूल उद्देश्य पर डटा रहा और अंतत: उसमें सफल हुआ।
बहरहाल ऑनलाइन दुनिया में 'तस्लीम' (अब 'साइंटिफिक वर्ल्ड') आज एक स्पष्ट आवाज के रूप में जाना जाता है, जिसे यहां तक लाने में बहुत बडा योगदान डॉ0 अरविंद मिश्र का रहा है। वे आज भी इससे सम्बद्ध हैं और 'तस्लीम' से जुड़ी प्रत्येक गतिविधि को अपना आशीर्वाद प्रदान करते रहते हैं। यह हमारे लिए निश्चय ही गर्व का विषय है।
'तस्लीम' न सिर्फ अपनी सामग्री के कारण वरन अपने आकर्षक स्वरूप(तकनीकी लेआउट) के कारण भी सराहा जाता रहा है। इसका पूरा श्रेय हमारे मित्र एवं अनन्य सहयोगी श्री विनय प्रजापति को जाता है। चाहे 'तस्लीम' से जुडी तकनीकी परेशानियां रही हों या फिर उसके SEO से जुडे मुद्दे, उनका पूरा समर्थन हमें प्राप्त होता रहा है। इसके लिए तस्लीम परिवार उनका हृदय से आभारी है।
जैसा कि ऊपर बताया गया है कि 'तस्लीम' एक स्वैच्छिक संगठन है, इसलिए यह ब्लॉग जगत के बाहर भी अपनी गतिविधयों को संचालित करता रहा है। 'तस्लीम' द्वारा अब तक बडे पैमाने पर जो कार्यक्रम किये गये हैं, उनमें 'विज्ञान लेखन के द्वारा ब्लॉग संचार' कार्यशाला, 'बाल साहित्य में नवलेखन' संगोष्ठी, 'क्षेत्रीय भाषाओं में विज्ञान कथा लेखन' कार्यशाला एवं 'परिकल्पना सम्मान समारोह एवं अन्तर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन' प्रमुख हैं। इन समस्त कार्यक्रमों में 'तस्लीम' को अब तक एनसीएसटीसी, भारत सरकार, विज्ञान प्रसार, नई दिल्ली, नेशनल बुक ट्रस्ट, नई दिल्ली, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, लखनऊ एवं परिकल्पना, लखनऊ का सहयोग मिला है, जोकि किसी उपलब्धि से कम नहीं है।
सांगठनिक स्तर पर 'तस्लीम' के साथ बहुत से पदाधिकारी एवं सदस्य (जिनमें श्री जीशान हैदर जैदी, सुश्री अर्शिया अली एवं डॉ0 दिनेश मिश्र का नाम प्रमुख है) जुड़े हैं, जो अपना अभिन्न सहयोग प्रदान करते रहते हैं। निश्चय ही आप सबके सहयोग के बिना यहां तक का सफर असम्भव था।
'बॉब्स' द्वारा 'हिन्दी का सर्वश्रेष्ठ ब्लॉग' चुने जाने पर हम अपने सभी सदस्यों को हृदय से बधाई देते हैं। इसे अपनी श्रेणी में 62 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए हैं, जोकि अपने आपमें एक अद्भुत रिकॉर्ड है। इस ब्लॉग को लोकप्रियता के इस मुकाम तक पहुंचाने में निश्चय ही पाठकों और समर्थकों का बहुत बडा योगदान रहा है, हम उनको भी बधाई देते हैं और आभार व्यक्त करते हैं।
इसके साथ ही साथ हम एक बार डॉ0 अरविंद मिश्र, श्री रवीन्द्र प्रभात, सुश्री अलका सर्वत मिश्रा एवं श्री विनय प्रजापति का पुन: आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने इस पुरस्कार की वोटिंग प्रक्रिया के दौरान अपना समर्थन देकर 'तस्लीम' के पक्ष में जनमत बनाने में अपनी महती भूमिका निभाई। साथ ही मैं उन सभी वोट करने वाले मित्रों का भी शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने परोक्ष अथवा अपरोक्ष रूप से 'तस्लीम' के इस पुरस्कार के सफर को पूरा करने में अपना सहयोग दिया।
'तस्लीम' के सहयोगी ब्लॉग 'सर्प संसार' को भी बॉब्स अवार्ड में 'सबसे रचनात्मक' श्रेणी का यूजर अवार्ड प्राप्त हुआ है। उससे जुड़े हुए सभी लोगों को भी हार्दिक बधाईयां।
आशा है भविष्य में भी 'तस्लीम' को आप सबका स्नेह इसी प्रकार प्राप्त होता रहेगा।
धन्यवाद।
डॉ0 ज़ाकिर अली रजनीश
संस्थापक महासचिव - तस्लीम
Keywords: Bobs International Award 2013, Best Blog Hindi 2013, Sarvashresth Hindi Blog 2013,
बहुत बहुत बधाइयाँ।
जवाब देंहटाएंजितनी मिलें, उन में से हमारे हिस्से की हमें भेजना न भूलना.
बधाई!
जवाब देंहटाएंहार्दिक बधाईयां!
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई!
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत मुबारक हो!!!
जवाब देंहटाएंबधाई !
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत बधाई सहित अनंत शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंहार्दिक धन्यवाद। :)
जवाब देंहटाएंअंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी की पताका फहराने के लिए बहुत-बहुत बधाई...
जवाब देंहटाएंजय हिंद...
बधाई हो डॉ अरविन्द मिश्र व डॉ जाकिर अली रजनीश को।
जवाब देंहटाएंसाथ ही सभी शुभचिंतकों को भी।
बहरहाल ,अब आगे बढ़ो, कदम रुकें नहीं।
अच्छा कार्य किसी न किसी रूप में पुरस्कृत होता ही है । बधाई ।
जवाब देंहटाएंबहुत-2 बधाई!
जवाब देंहटाएंmubarak ho.
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएँ !!
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई!
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंआभारी हूँ आपने याद किया,बधाई भी! -अब चुनौती और बड़ी है इस पुरस्कार के औचित्य को सतत साबित करते रहने का .
जवाब देंहटाएंतस्लीम में अवश्य निर्णायकों को यह दिखा कि यह अन्तराष्ट्रीय मानदंडों के अनुरूप है -विचार, कंटेंट ,ले आउट और मुहिम सब कुछ तमाम हिन्दी के ब्लागों से काफी बेहतर है -इस कटेगरी में नारी दूसरे नंबर पर और सर्प संसार तीसरे नंबर पर रहा -उल्लेखनीय यह है कि सर्प संसार को दो कटेगरियों में नामांकन मिला ...यह भी साबित हो गया कि नारी ने जिस समर्थन की उम्मीद लगायी थी ,ब्लागरों ने नकार दिया .....दिखाऊ सक्रियता कभी भी जेनुयिन प्रयासों का स्थान नहीं ले सकती ...आशा है लोग इस अन्तराष्ट्रीय पुरस्कार से सकारात्मक दिशा में सक्रिय होंगें ..
लोग फोन पर तंज कस रहे हैं कि आपका इतना किया कराया और पुरस्कार डॉ जाकिर अली को -मैं स्पष्टीकरण देते देते थक रहा हूँ कि जीवन के तमाम संघर्षों के बाद /बावजूद भी डॉ जाकिर ने तस्लीम के वर्तमान स्वरुप को देने में अथक प्रयास और त्याग किया है सो पुरस्कार के असली हकदार वही हैं! वैसे भी लम्बे अरसे से मैं तस्लीम से अलग हूँ -और यह तो मुझे श्राप ही मिला है कि मैं खुद तो किंग नहीं बन सकता मगर किंग मेकर जरुर हूँ -और मैं बहुत पहले ही जीवन की इस विडम्बना को स्वीकार कर चुका हूँ :-) आज विज्ञान संचार की कितनी ही पुरस्कृत हस्तियों को विज्ञान संचार की स्लेट मैंने पकडाई...... मगर यह दास्ताँ फिर कभी!
अभी तो जश्न का दौर है -कुछ हंगामा खेज हो ही जाय :-)
Wow...Its great Moment. Congts. a lot.
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई!
जवाब देंहटाएंआप सबकी बधाईयों एवं शुभकामनाओं के लिए हार्दिक आभार।
जवाब देंहटाएंआप कार्य पुरस्कृत करने योग्य ही है । बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंइन पुरस्कारों से न सिर्फ़ ` तस्लीम `और` सर्प संसार `को विश्व में सम्मान की नजरों से देखा जायेगा .बल्कि इनसे भारत देश की सम्रद्ध साहित्यिक विरासत को भी सम्मान की द्रष्टि से देखा जायेगा .
जवाब देंहटाएंदेश के इन गौरवशाली पलों में पूरा देश आपके साथ है .
बहुत - बहुत बधाइयाँ
Very Congratulation To Tasleem Family for this wonderful success . Really all the post of Tasleem Blog are very creative
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