सर्वाइकल स्पांडिलाइटिस (Servical Spondylosis} लक्षण और उपचार।
सर्वाइकल स्पांडिलाइटिस (Cervical Spondylosis) आजकल एक आम समस्या है, जो किसी को भी हो सकती है। लेकिन अगर अगर आपको इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी हो, तो आप इससे आसानी से छुटकारा पा सकते हैं। पढ़ें यह महत्वपूर्ण आलेख:
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गरिमा जैन
आज के आधुनिक व औद्योगिक युग में अधिकाँश लोग गर्दन व पीठ दर्द से परेशान हैं। वर्तमान युग की दोष्पूनर्ण जीवन शैली, उठने-बैठने के गलत तौर-तरीके, कार्य का बोझ इत्यादि अनेक कारण हैं, जिनसे कमर, पीठ व गर्दन का दर्द रहने लगता है।
मूलचंद अस्पताल दिल्ली के वरिष्ठ आर्थोपेडिक सर्जन डॉ0 मनोज अग्रवाल के अनुसार पीठ दर्द के 300 से अधिक कारण हो सकते हैं, उनमें से मुख्य निम्न हैं-
सामान्य कारण:
लगातार ऐसा काम, जिनमें अधिक भार उठाना, ज्यादा झुकना, मुड़ना पडता है।
धुम्रपान हड्डियों को कमजोर बनाता है, जोकि पीठ दर्द व गर्दन दर्द का कारण बन जाता है।
नियमित कसरत व व्याकयाम नहीं करना।
तनाव।
झुक कर नीचे से ऊपर के लिए वस्तु को खींचना।
कुछ मिले-जुले कारण:
उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों का क्षय या विकार, कमजोर हड्डियाँ।
अधिक लम्बे समय तक ड्राइविंग करना, अधिक लम्बे समय तक गद्दीदार कुर्सियों पर समय व्यतीत करना।
कैश्यिम की कमी।
विलासितापूर्ण जीवन शैली।
महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमितता।
कोई फ्रेक्चर होना।
मांस-पेशियों में ऐंठन, अकड़न और सिकुड़ जाना।
पीठ को सपोर्ट करने वाली मांस पेशियों या जोड़ों में खिंचाव आना, उनका फटना।
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स्पाँडिलाइटिस से बचाव के तरीके: Cervical Spondylitis Alerts
नई दिल्ली अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ स्पाइन एवं न्यूरो विशेषज्ञ डॉ0 एस0के0 सागानी के अनुसार ऊँची एड़ी के जूते-चप्पल पहनने से शरीर का संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे कमर में खिंचाव होता है और रीढ़ पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे कमर दर्द की समस्या उत्पयन्न होती है। इसलिए इनसे बचना चाहिए।
डॉ0 मनोज अग्रवाल के अनुसार हमारे रहन-सहन के तौर-तरीकों में सुधार लाकर और सही मुद्राएं अपनाकर इस समस्या से काफी हद तक बचा जा सकता है।
कुर्सी पर बैठते समय कुर्सी की पीठ के सहारे नहीं, बल्कि पीठ सीधी करके इस तरह बैठें, ताकि पीठ के निचले हिस्से और कुर्सी की पीठ के बीच जगह नहीं बचे।
कुर्सी से उठते समय पिंडलियों एवं जाँघ की मांसपेशियों का उपयोग करें, कूल्हों का इस्तेतमाल करना सही नहीं है।
बैठकर काम करते समय कमर को आगे की ओर झुकाकर नहीं रखें।
ऊँचाई पर रखी किसी वस्तुक को उतारने व रखने के लिए उचककर कोशिश करने के बजाय स्टूल का उपयोग करें।
लम्बे समय तक कुर्सी पर बैठने वालों की कुर्सी बिलकुल सीधी और हत्थे वाली हो।
देर तक गाड़ी चलाने की स्थिति में पीठ को सहारा देने के लिए तकिया लगाएँ।
मेज-कुर्सी पर लगातार नहीं बैठें। बीच-बीच में कुछ घूमें।
पढ़ते-लिखते समय आगे की ओर झुकें नहीं।
बिस्तर पर लेटकर पढ़ने की आदत से परहेज करें, बैठकर ही पढ़ें।
टेलीविजन देखते समय कुर्सी पर आराम से सीधे बैठकर और पर्याप्त दूरी से टीवी देखें।
टेलीफोन पर बात करते समय रिसीवर को गर्दन और कंधे के बीच दबाकर बात करने से गर्दन की मांसपेशियों में अनावश्य क तनाव और दर्द पैदा होता है, इसलिए गर्दन सीधी रखते हुए रिसीवर को हाथ में पकड़कर बात करें।
दुपहिया वाहन चलाते समय या यात्रा करते समय मोबाइल का प्रयोग नहीं करें।
खाना खाते समय कमर को आगे की ओर न झुकाएं। पेट के बल लेटने के बजाय करवट लेकर लेटें और इस दौरान कूल्होंर और घुटनों को थोड़ा मोड़ लें।
तकिये का प्रयोग नहीं करें।
चलते वक्त झटका देकर कदम नहीं भरें और न ही ठोड़ी आगे की ओर निकली रखें।
पैर घसीटकर चलना भी गलत तरीका है। सही मुद्रा में चलने का प्रयास करें।
कम्यूटर पर काम करने वालों को चाहिए कि मॉनिटर अपनी आँखों के लेबल पर रखें, बिना गर्दन को झुकाए, मोड़े, घुमाए काम करें।
दिनभर काम-काज के दौरान कुछ देर आराम करें। जहां तक संभव हो काम-काज कमर सीधी रखकर ही करें। खड़े होते समय दोनों पांवों पर वजन बराबर रखें।
जूते-चप्पकल सही नाप के तथा कम हील के पहनें।
महिलाएं बहुत बड़ा व भारी पर्स का इस्तेरमाल न करें।
फर्श से कोई भी वस्तु उठाते समय पीठ बिलकुल सीधी रखते हुए घुटनों के बल झुकें, एकदम झटके से नहीं।
रोगी व्यक्ति भार न उठाएं।
सीढियों व ढलानों पर नहीं बैठें।
उछलकूद नहीं करें।
तेज दर्द होने पर ही दर्द निवारक गोलियां योग्य चिकित्सक की सलाह पर लें।
तेज दर्द की अवस्था में रबड़ की गर्म वाली थैली या बोतल से गर्म पानी भरकर सिंकाई करें।
स्पाँडिलाइटिस: आहार और सावधानियाँ: Cervical Spondylitis Food
रोगी व्यसक्ति को तला हुआ, मिर्च मासाला, चर्बीयुक्त, शक्कर, मीठी, खट्टी, दही-चाय, ठण्डे पेय पर्दाथों, सिगरेट, तम्बाकू का परहेज करना चाहिए।
भोजन में कच्चीं व हरी सब्जियों, फलों व सलाद का सेवन भरपूर मात्रा में करना चाहिए।
चोकर युक्त आटे की रोटी का प्रयोग करना चाहिए।
स्पाँडिलाइटिस का उपचार (योग-व्याययाम): Cervical Spondylitis Treatment,
कुछ यौगिक आसन जैसे भुजंगासन, शलभासन, शवासन के नियमित प्रयोग से इनमें काफी लाभ होता है।
गर्दन का ट्रेक्शसन किसी अनुभवी फिजियोथेरिपिस्ट के पास कराना जरूरी है।
तैरने से हमारे पेट व पीठकी मांसपेशियां मजबूत बनती हैं, जिससे रीठ को और भी ज्यादा मजबूती मिलती है।
जॉगिंग भी पीठ दर्द से छुटकारा दिलाने में काफी हद तक कारगर है। परन्तु जॉगिंग करते समय यदि आपकी पीठ में किसी भी तरह का दर्द हो, तो कठोर जगहों पर दौड़ने से बचें।
चलने-फिरने तथा जॉगिंग केलिए गद्दीदार सोल वाले जूतों का प्रयोग करें। (साभार: उजाला)
atyant upyogi jankari di hai ane. abhar.
जवाब देंहटाएंSunil Maurya, Nasik. Maharashtra
सर्वाइकल स्पोंडिलाइटिस कारण और निदान सम्बन्धी विस्तृत प्रामाणिक जानकारी मुहैया करवाता आलेख .आभार .
जवाब देंहटाएंबचाव के तरीके याद रखने की कोशिश करेंगे
जवाब देंहटाएंएक अच्छा लेख.
जवाब देंहटाएंजागरूक करता लेख
जवाब देंहटाएंi like your comment but it is not enough for scientificmind
जवाब देंहटाएंvery good information
जवाब देंहटाएंBahut bahut sadu bad amuly jankari ke liye
जवाब देंहटाएंI am highly obliged to you
जवाब देंहटाएंThanks.jaankari key liye dhanyabaad
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर विवरण धन्यवाद
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