फूल सभी को प्यारे लगते हैं, और खासकर अगर वे खुश्बू वाले हों तो। शायद यही कारण है कि इस बार के फूल सभी को पसंद आए। और पसंद ही नहीं, अधिकतर लो...
फूल सभी को प्यारे लगते हैं, और खासकर अगर वे खुश्बू वाले हों तो। शायद यही कारण है कि इस बार के फूल सभी को पसंद आए। और पसंद ही नहीं, अधिकतर लोगों ने सही जवाब भी बताए। पर अफसोस इस बात का कि इन फूलों से जुड़े दो ब्लॉगर्स नहीं आए। पहली ब्लॉगर हैं सुश्री लवली कुमारी जी, जिन्हें ये फूल इतने पसंद हैं कि उन्होंने अपनी ब्लॉगर प्रोफाइल में ही इन्हें लगा रखा है, दूसरी ब्लॉगर हैं श्ोफाली पाण्डे जी, जिनका नाम इस फूल का भी एक नाम है।
खैर, अब आते हैं पिछली पहेली पर। चित्र में दिया गये फूल के कई नाम हैं, भारतवर्ष में इसे हरसिंगार, शेफाली और पारिजात के नाम से जाता है। अंग्रेजी में इसे जैसमिन अथवा कोरल जैसमिन भी कहा जाता है। इसका वानस्पतिक नाम नैकथैनथिस अरबोरट्रिसटिस (Nyctanthes Arbor-tristis) है।

हरसिंगार एक ऐसा पुष्प है, जो रात में खिलता है और सुबह होते-होते झड़ जाता है। लेकिन इसकी खुश्बू इतनी मनमोहक होती है कि यह सुबह तक पेड़ के आसपास फैली रहती है। हरसिंगार अथवा शेफाली पश्चिम बंगाल का राज्य पुष्प है। इसका पेड़ आमतौर से पाँच से सात मीटर तक ऊंचा होता है और हिमालय के ऊंचे क्षेत्रों, कठोर धरती और शुष्क क्षेत्रों को छोड़ कर लगभग पूरे भारत में पाया जाता है।
हरसिंगार के पौधे में औषधि गुण भी पाये जाते हैं। इसकी पत्तियों, फूल एवं बीज से तरह-तरह की औषधियाँ बनती हैं। आयुर्वेद में इनका प्रयोग गठिया, सइटिका, बच्चों के कब्ज आदि में किया जाता है। आमतौर इस इस पुष्प क सीजन सित्मबर में शुरू होता है, जो दिसम्बर के अंत तक चलता है। चूँकि यह पुष्प सुबह होने पर गिर जाता है, इसलिए इसे 'द सैड ट्री' और 'द ट्री ऑफ सॉरो' भी कहा जाता है।
पहेली (चित्र पहेली-76) का सबसे पहले सही जवाब वाणी गीत जी ने दिया है। इसलिए उन्हें विजेता का प्रमाण पत्र प्रदान किया जा रहा है। 'तस्लीम' परिवार उन्हें विजेता बनने पर हार्दिक बधाईयाँ प्रेषित करता है।
वाणी गीत जी के अतिरिक्त जिन लोगों ने सही जवाब दिए हैं- उनके नाम इस प्रकार हैं: सुश्री/श्री पारूल पुखराज, अल्पना वर्मा, सीमा गुप्ता, सोनल रस्तोगी, अली, अर्चना तिवारी, ओम, शुभम जैन, रेखा प्रहलाद, संगीता स्वरूप, शिखा दीपक, अमित शर्मा। आप सभी को भी पहेली का सही जवाब देने के लिए हार्दिक बधाईयाँ।
अल्पना वर्मा जी ने फूल के सम्बंध में एक रोचक जानकारी भी दी है- ''कहते हैं कृष्ण स्वर्ग से इस फूल के पेड़ को धरती पर लाए थे.[उनकी पत्नी सत्यभामा के कहने पर] और उनके आंगनमें रोपा.चूँकि रुक्मणि भी यह फूल अपने आँगन में चाहती थीं तो इस तरह इसे लगाया की पेड़ सत्यभामा के आंगन में और फूल गिरें रुक्मणि के आँगन में!'' अल्पना वर्मा जी का आभार।
साथ ही सीमा गुप्ता जी का आभार। उन्होंने भी इस सम्बंध में हमें यह जानकारी प्रदान की है- ''Harsingar or Parijata is considered to be a divine tree. The sweet scented flowers are small, attractive with white petals and an orange tube in center and bloom profusely at night and drop off in the morning. Its branches are rectangular and its flowers are fragrant.'' सीमा जी इस जानकारी के लिए आभार।
इस सम्बंध में रेखा प्रहलाद जी की जानकारी भी दृष्टव्य है। वे लिखती हैं- ''Parijat” also known as ‘Harsinghar’ in Hindi and ‘Shefali’ in Bengali. It bears the botanical name of Nycatanthes Arbortristis. Nyctanthes which means ‘night flowering’ and Arbortristis means ‘The sad tree’ or ‘The tree of sorrow’'' रेखा जी का भी आभार।
पहेली के जवाब के साथ 'ओम' भाई ने अपने बचपन की यादों को हमारे साथ साझा किया है- ''छोटा था, जब गाँव में रहता था, याद है मुझे दीदी के साथ दुर्गापूजा के दिनों इसी हरश्रृंगार के फूल चुनने दूर-दूर जाया करता था| इस फूल की भीनी-भीनी खुशबू को कैसे भुला सकता हूँ मैं! इस फूल से रंग भी बनाए जाते हैं, अब आपके 'फाईनल टिप्पणी' में इसके बारे में और जानने की जिज्ञासा है...'' हम उनके इस अपनत्व के लिए आभारी हैं। और हाँ, अली साहब का अंदाजे बयाँ तो इस बार भी सबसे जुदा रहा- ''जी हमनें इसे हरसिंगार मानकर पाला पोसा और बड़ा किया है इस पर बड़ी रोमांटिक कहानियां पढ़ रखी थीं ... अलसुबह झरते हुए देखते रहते हैं ! ...अब डर सा हैं कहीं आप हमारा भ्रम तोड़ तो नहीं देंगे !'' उन्होंने सही जवाब भी जिस अंदाज में दिया है, उसने हमें उनका मुरीब बना दिया है। साथ ही सोनल रस्तोगी जी का भी आभार, जिन्होंने इस सम्बंध में अपनी एक पोस्ट का भी जिक्र किया है।
और अंत में उन सब का भी आभार, जिन्होंने पहेली को बूझने की कोशिश की, पर जवाब सही नहीं रहा। हमें आशा है कि अगली बार वे सब भी अवश्य ही सही जवाब देकर पहेली के विजेता बनेंगे।
keywords: parijat in hindi, parijat tree in hindi, parijata flower in hindi, parijata flower tree, parijata flower in hindi, parijata flower uses in hindi, shefali flower in hindi, harsingar in hindi, harsingar plant in hindi, harsingar tree in hindi, harsingar flower in hindi, harsingar medicinal plant in hindi, jasmine flower in hindi, coral jasmine in hindi, coral jasmine plant in hindi, coral jasmine tree in hindi, coral jasmine flower in hindi
आभार ...!!
जवाब देंहटाएंgre8
जवाब देंहटाएंवाणी जी सहित सभी विजेता ब्लॉगर्स को बधाई।
जवाब देंहटाएंEllo, man is baar bhi rah gaya.
जवाब देंहटाएंChalo Vaani Ji ko BADHAYI to de hi dete hai.
sundar..
जवाब देंहटाएंकिसी ने इस पोस्ट के बारे में बताया, इन दिनों नेट पर अधिक एक्टिव नही हूँ ..हाँ मुझे यह फूल पसंद हैं. वैसे तो सभी सफ़ेद फूल पर यह और रजनीगंधा अधिक.
जवाब देंहटाएंSabhi ko BADHAYI.
जवाब देंहटाएंSabhi ko BADHAYI.
जवाब देंहटाएंलवली जी, आपको तस्लीम पर एक बार फिर देख कर वाकई अच्छा लगा। आशा है, यह स्नेहभाव बना रहेगा।
जवाब देंहटाएंसब्र से काम लीजिए ज़नाब!
जवाब देंहटाएंसभी आ जायेंगी!
वाणी गीत जी सहित विजेताओं को हार्दिक बधाई.
जवाब देंहटाएंregards
वाणी जी को बधायी ..लवली को भी आभार कम से कम इसी बहाने वे दिखीं तो ...
जवाब देंहटाएंआखिर वे आ ही गयीं ! हरसिंगार का फूल कितना चमत्कारी है न ..रुकमणी और सत्याभामा से लेकर आज तक ....!
पारिजात और हरसिंगार दो अलग अलग फूल हैं ।
जवाब देंहटाएंभगवान कृष्ण का प्रसंग पारिजात से सम्बन्धित है . हरसिंगार से नही ।
पारिजात का धरती पर केवल एक पेड़ है - रामनगर से 12 km दूर जिला बाराबंकी ।
BADHAYI.
जवाब देंहटाएं@जाकिर जी - स्नेह भाव प्रदर्शन का मोहताज़ नही होता मित्र , आपकी उर्जा सदैव मेरे द्वारा प्रशंसनीय रही है, यह मुझे जानने वाले जानते हैं .
जवाब देंहटाएंवाणी गीत ,पारूल पुखराज, अल्पना वर्मा, सीमा गुप्ता, सोनल रस्तोगी , अर्चना तिवारी , ओम, शुभम जैन, रेखा प्रहलाद, संगीता स्वरूप, शिखा दीपक, अमित शर्मा आप सभी को बधाईयाँ।
जवाब देंहटाएंवाणी जी को बधायी!
जवाब देंहटाएंवाणी जी को बधाई..
जवाब देंहटाएंपसंद आया बहुत आया, अच्छा लगा आपके ब्लॉग पर आकर
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाईयां सभी को!
जवाब देंहटाएंbadhiyaan hi badhaiyaan..
जवाब देंहटाएंजाकिर भाई किसी ने शेफ़ाली जी या लबली जी को इसके लिये समय सीमा मे जबाब देने के लिये आमन्त्रण या निर्देश दिया था क्या य आपको हाजिरी लगाने का काम ठेके पे दिया गया था.
जवाब देंहटाएंपोस्ट का शीर्षक लेख से मेल नही खाता इसे आप क्या कहेगे पता नही.
सार्थल लेखन को बढावा दे और ऊल जुलूल पोस्टो पर प्रतिक्रिया से बचे.
सादर
हरि शर्मा
http://hariprasadsharma.blogspot.com/
http://koideewanakahatahai.blogspot.com/
http://sharatkenaareecharitra.blogspot.com/
मा0 हरि शर्मा जी, जहाँ तक मुझे ध्यान है यह 'तस्लीम' पर आपकी पहली टिप्पणी है और इसे देखकर मुझे साफ जाहिर हो रहा है कि आप जरूर किसी न किसी पूर्वाग्रह से ग्रस्त हैं। क्योंकि अगर आपने 'तस्लीम' की दो-चार पोस्ट भी 'ध्यान से' पढ़ी होतीं, तो कम से कम इस तरह की टिप्पणी आप नहीं ही करते।
जवाब देंहटाएंसभी विजेता ब्लॉगर्स को बधाई।
जवाब देंहटाएंzakir bahi....mafee chatee hu....samayabhav ke kaaran aaj hee is post ko dekha....mere ghar bhi iska ek vriksh hai.....
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएं