Nobel Prize Series in Hindi.
गोवा में एकत्र होंगे नोबल पुरस्कार विजेता
नवनीत कुमार गुप्ता
जैवप्रौद्योगिकी विभाग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा नोबल मीडिया एबी, स्विडन के साथ मिलकर भारत में नोबल पुरस्कार व्याख्यान श्रृंखला का दूसरा आयोजन पणजी, गोवा में 1 से 2 फरवरी, 2018 के दौरान किया जा रहा है। इस आयोजन का शुभारंभ गोवा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर पार्लिकर द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर जैवप्रौद्योगिकी विभाग के सचिव प्रोफेसर के विजयराघवन भी उपस्थित रहेंगे। गोवा में आयोजित कार्यक्रम में गोवा राज्य का विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय भी सहभागी रहेगा।
इस आयोजन का उद्देश्य नोबल विजेताओं और प्रख्यात वैज्ञानिकों को एक मंच पर लाकर युवाओं में विज्ञान के प्रति आकर्षण पैदा करना है। इस वर्ष इस व्याख्यान श्रृंखला का विषय ''शिक्षा में शिक्षक की भूमिका'' रखा गया है।
पणजी में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में विज्ञान प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। यह प्रदर्शनी चलित प्रदर्शनी है जो एक महीने तक राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में विज्ञान के विभिन्न विषयों से जनता को अवगत कराएगी। इसके अलावा यहां अनेक विषयों पर विचार—विमर्श किया जाएगा। ऐसा ही एक विषय है “वैज्ञानिक उद्योगों के लिए क्या कर सकते हैं और उद्योग जगत वैज्ञानिकों के लिए क्या कर सकता है।” असल में काफी समय से यह बात उठती रही है कि वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अनुसंधान कार्य शीध्र ही उद्योगों द्वारा स्वीकार क्यों नहीं किया जाते हैं।
ऐसे में यह विचार—विमर्श सत्र काफी उपयोगी साबित होगा। इस सत्र में नोबल पुरस्कार विजेताओं के साथ, उद्योग जगत से ख्याति प्राप्त हस्तियां, शिक्षाविद् और वैज्ञानिक शामिल होंगे। इस कार्यक्रम की रोचक बात यह है कि इस कार्यक्रम का समापन 5 फरवरी को राष्ट्रपति भवन को आयोजित एक विज्ञान विचार-विमर्श के साथ होगा। जिसमें 6 नोबल पुरस्कार विजेताओं सहित अनेक विख्यात वैज्ञानिक, शिक्षाविद् और उद्योग जगत के लोग शामिल होंगे। इस संगोष्ठी में दो सत्र आयोजित किए जाएंगे।
[post_ads]
पहले सत्र में श्रेष्ठ शोध संस्थाओं और विश्वविद्यालयों पर चर्चा की जाएगी। इस सत्र में तीन नोबल पुरस्कार विजेताओं सर्ज हेरोक, जे मिशल बिशप, क्रिस्टिलेन नुसलिन सहित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुम्बई के निदेशक डॉ. देवांग खखड़ एवं भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलोर के निदेशक अनुराग कुमार, दोराबजी टाटा ट्रस्ट के आर वेंकटेश्वरामन आदि संबोधित करेंगे। इस पहले सत्र का संचालन दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व उपकुलपति प्रोफेसर दिनेश सिंह करंगे।
दूसरे सत्र का विषय भी अत्यंत महत्वपूर्ण है जो शिक्षा और शोध से समाज को जोड़ने पर आधारित है। असल में इस समय वैज्ञानिकों का ध्येय है कि समाज को विज्ञान की खोजों से अधिक से अधिक लाभ हो। ऐसे में अनुसंधान को सीधे समाज से जोड़ने की आवश्यकता है। इसी बात को ध्यान में रखकर इस सत्र का आयोजन किया जा रहा है। इस सत्र को संबोधित करने वाले वक्ताओं में तीन नोबल पुरस्कार विजेताओं में यूआन टी. ली, टॉमस लिंडहल, रिचर्ड जे रोबर्ट शामिल हैं।
इनके अलावा इस सत्र में इसरो की परियोजना निदेशक अनुराधा टी. के. सहित इंफोसिस के सहसंस्थापक के. दिनेश सहित अनेक वरिष्ठ वैज्ञानिक शामिल होंगे। इस सत्र का संचालन स्टेन्फोर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मनु प्रकाश करेंगे। इस संगोष्ठी में दो सत्र आयोजित किए जाएंगे। नोबल पुरस्कार व्याख्यान श्रृंखला का पहला आयोजन पिछले वर्ष गुजरात राज्य के गांधीनगर में किया गया था।
सन्दर्भ- Dipartment of Biotechnology-लेखक परिचय-

नवनीत कुमार गुप्ता पिछले दस वर्षों से पत्र-पत्रिकाओं, आकाशवाणी एवं दूरदर्शन आदि जनसंचार के विभिन्न माध्यमों द्वारा वैज्ञानिक दृष्टिकोण और पर्यावरण संरक्षण जागरूकता के लिए प्रयासरत हैं। आपकी विज्ञान संचार विषयक लगभग एक दर्जन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं तथा इन पर गृह मंत्रालय के ‘राजीव गांधी ज्ञान विज्ञान मौलिक पुस्तक लेखन पुरस्कार' सहित अनेक पुरस्कार एवं सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। आप विज्ञान संचार के क्षेत्र में कार्यरत संस्था ‘विज्ञान प्रसार’ से सम्बंद्ध हैं। आपसे निम्न मेल आईडी पर संपर्क किया जा सकता है:

keywords:
nobel prizes series in hindi, nobel prize winners of india, first nobel prize winner of world, what is nobel prize, nobel prize 2016, nobel prize 2017, who was awarded the first nobel prize, nobel prize winners 2016
COMMENTS