पिछली पहेली भी पहले की कई ऐसी पहेलियों में से है जब पहेली पूछने वाले को विजेता के चयन करने में बड़ी असमंजस का सामना करना पड़ता है -अब व...
पिछली पहेली भी पहले की कई ऐसी पहेलियों में से है जब पहेली पूछने वाले को विजेता के चयन करने में बड़ी असमंजस का सामना करना पड़ता है -अब वो ज़माना नहीं रहा कि हनुमान से कहा गया संजीवनी बूटी को लाने के लिए और वे पूरा धौलागिरी पर्वत ही उठा लाये .अब पहेली पूंछने पर लोग इतने अडवांस हो गए हैं किसी पेड़ के बारे में पूछिए तो वे यह भी बता देगें कि वह कहाँ पहले उगा और किसी बिल्डिंग के बारे में पूछिए तो वे यह भी बता देगें की उसकी इटें कहाँ से आयीं .
ऐसे में निर्णय लेना मुश्किल होता आया है .
लेकिन पहली पूंछने वाले के मन में पहेली पूंछते वक्त जो जवाब रहता है अगर उसके हिसाब से उसे निर्णय का अवसर /अधिकार हो तो शायद धर्मसंकट का कोई मान्य हल निकल जाए ! मैंने जब पहेली पूछी थी तो मेरे मन में उसका बस इतना ही जवाब था -लाईम स्टोंन केव्स -बस इतने से ही /भी विजेता की घोषणा हो सकती थी -मगर इससे भी बढ चढ़ कर उत्तर आये और लोगों को उस चित्र में जो महत्वपूर्ण लगा उसे उन्होंने बता दिया -सीमा गुप्ता जी ने तो ठीक उसी चित्र का स्रोत तक बता दिया -पूनम मिश्रा जी ने तो दिखती रचनाओं का नाम भी बता दिया-स्तेलेक्टईट और स्तेलेग्मईत-यानी वे रचनाएं जो गुफाओं में पानी की रिसाव के साथ चूने और खनिज लवणों से बन कर छत और फर्श से उभरती दिखाई देती हैं -विवरण यहाँ पर है .
जीशान भाई ने सहज उत्तर दे दिया -=हाँ उनका जवाब पहला आया -पानी में मौजूद कैल्शियम लवणों से बनी संरचनाएं-यह उन्हें विजेता बनाए जाने के लिए पर्याप्त थी अगर ठीक इसके बाद सीमा गुप्ता जी और तदनन्तर पूनम मिश्रा जी ने जवाब नहीं दिया होता -तो यह टाई है तीन लोगों के बीच -सभी का जवाब अपने परिप्रेक्षय में बिलकुल सही है .राम कृष्ण गौतम ,राज भाटिया के बाद में आये जवाब भी सही रहे -राज भाटिया साहब ने तो ऐसे गुफाओं की अपने भ्रमण की चित्रावली ही दिखा दी .पंडित डी के शर्मा वत्स जी और आशीष श्रीवास्तव जी के भी जवाब दुरुस्त रहे .एम ऐ शर्मा सेहर ने कहा -icicles -यह भी एक दृष्टि से सही जवाब है .मगर पहला सही जवाब किसका है-दिमाग चकरा गया है !शायद मैं ही विवेकशून्य हो चला हूँ - आप सभी को बहुत बहुत बधायी!
ऐसे में निर्णय लेना मुश्किल होता आया है .
लेकिन पहली पूंछने वाले के मन में पहेली पूंछते वक्त जो जवाब रहता है अगर उसके हिसाब से उसे निर्णय का अवसर /अधिकार हो तो शायद धर्मसंकट का कोई मान्य हल निकल जाए ! मैंने जब पहेली पूछी थी तो मेरे मन में उसका बस इतना ही जवाब था -लाईम स्टोंन केव्स -बस इतने से ही /भी विजेता की घोषणा हो सकती थी -मगर इससे भी बढ चढ़ कर उत्तर आये और लोगों को उस चित्र में जो महत्वपूर्ण लगा उसे उन्होंने बता दिया -सीमा गुप्ता जी ने तो ठीक उसी चित्र का स्रोत तक बता दिया -पूनम मिश्रा जी ने तो दिखती रचनाओं का नाम भी बता दिया-स्तेलेक्टईट और स्तेलेग्मईत-यानी वे रचनाएं जो गुफाओं में पानी की रिसाव के साथ चूने और खनिज लवणों से बन कर छत और फर्श से उभरती दिखाई देती हैं -विवरण यहाँ पर है .
जीशान भाई ने सहज उत्तर दे दिया -=हाँ उनका जवाब पहला आया -पानी में मौजूद कैल्शियम लवणों से बनी संरचनाएं-यह उन्हें विजेता बनाए जाने के लिए पर्याप्त थी अगर ठीक इसके बाद सीमा गुप्ता जी और तदनन्तर पूनम मिश्रा जी ने जवाब नहीं दिया होता -तो यह टाई है तीन लोगों के बीच -सभी का जवाब अपने परिप्रेक्षय में बिलकुल सही है .राम कृष्ण गौतम ,राज भाटिया के बाद में आये जवाब भी सही रहे -राज भाटिया साहब ने तो ऐसे गुफाओं की अपने भ्रमण की चित्रावली ही दिखा दी .पंडित डी के शर्मा वत्स जी और आशीष श्रीवास्तव जी के भी जवाब दुरुस्त रहे .एम ऐ शर्मा सेहर ने कहा -icicles -यह भी एक दृष्टि से सही जवाब है .मगर पहला सही जवाब किसका है-दिमाग चकरा गया है !शायद मैं ही विवेकशून्य हो चला हूँ - आप सभी को बहुत बहुत बधायी!
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आदरणीय अरविन्द जी, मेरा नाम 'राम कृष्ण गौतम' है न कि 'राम किशोर गौतम'| कृपया ध्यान दें!! वैसे इतने सारे उत्तरों ने स्पस्ट कर दिया कि लोग जागरूक हैं! हा हा हा!!
जवाब देंहटाएं"राम कृष्ण गौतम"
"राम" का "नाम" सुधरने के लिए शुक्रिया अरविन्द जी...
जवाब देंहटाएं"राम"
अरे वाह! इस बार तो मेरा नाम भी आ गया विजेताओं में.
जवाब देंहटाएंसभी लोगों को बधाई।
जवाब देंहटाएंपहेली से मेरे ज्ञान में इज़ाफ़ा हुआ. धन्यवाद. विजेताओं को बहुत बधाई.
जवाब देंहटाएंआदरणीय जीशान जी सहित सभी विजेताओं को हार्दिक बधाई....
जवाब देंहटाएंregards
Sabhee pratibhagiyon ko bahut badhaii !!
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