हो सकता है कि आपने श्रीदेवी अभिनीत फिल्म नगीना और निगाहें देखी हों। या हो सकता है कि उससे भी पहले सांपों पर आधारित एक फिल्म 'नागिन...
हो सकता है कि आपने श्रीदेवी अभिनीत फिल्म नगीना और निगाहें देखी हों। या हो सकता है कि उससे भी पहले सांपों पर आधारित एक फिल्म 'नागिन' भी आपने देखी हो, जिसमें प्रणयरत नाग-नागिन के एक जोड़े को शिकारी द्वारा मार दिये जाने के उपरांत नागिन शिकार में शामिल सभी लोगों से गिन-गिन कर बदला लेती है।
भले ही आपने यह फिल्म देखी हो चाहे न देखी हो, लेकिन इतना आप जान लें कि सांप ऐसा जीव है, जिसमें अपने साथी के प्रति कोई भावना नहीं होती। हो सकता है कि आपको यह जानकर आश्चर्य हो कि नर और मादा साँप प्रणयकाल के बाद अलग-अलग हो जाते हैं। साँप के जोड़ा बनाने की कथा सिर्फ एक मिथक है। इसके अलावा साँप अथवा किसी अन्य जीव के मरने के बाद उसकी आँख में किसी तरह का प्रतिबिम्ब भी नहीं बनता है। यह सिर्फ एक भ्रम है, जो सदियों से जनमानस में रचा-बसा हुआ है।
एक अन्य लोक-विश्वास यह है कि इच्छादारी साँप के पास एक चमत्कारी मणि होती है, जो बहुत कीमती होती है। इसी से जुडी एक अन्य धारणा यह भी है कि कि इच्छाधारी साँप अपना रूप बदल सकता है। लेकिन हकीकत यह है कि ऐसा कुछ भी नहीं है। यह सिर्फ अंधविश्वास है, जो सदियों से चले आ रहे हैं। ऐसे ही साँपों से सम्बंधित कुछ अन्य दिलचस्प अंधविश्वास भी प्रचलित हैं। जैसे कि साँप जमीन में गड़े हुए खजाने की रक्षा करता है या फिर यह कि साँप दूध पीता है।
ऐसी ही बहुत ही रोचक और ज्ञानवर्द्धक बातों का खजाना है सुकन्या दत्ता की सद्य प्रकाशित पुस्तक 'साँप'। विज्ञान प्रसार द्वारा प्रकाशित यह पुस्तक साँपों की दुनिया के बारे में जानने के लिए अपने भीतर बहुत कुछ समेटे हुए है। जैसे कि-
"सभी साँप विषैले नहीं होते। साँपों की ज्ञात लगभग 2600 प्रजातियों में से मात्र 450 ही विषैली होती हैं और इन विषैली प्रजातियों में से भी लगभग 270 ही ऐसी हैं, जिनका विष मनुष्य के लिए जानलेवा हो सकता है। और इनमें से भी केवल लगभग 25 प्रजातियाँ ही अधिकाँश मौतों के लिए जिम्मेदार हैं।" -पृष्ठ 08
जहरीले साँप के काटने के कौन से लक्षण होते हैं, साँप काटने पर व्यक्ति को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए जैसी आवश्यक बातों के साथ ही साथ साँपों से जुड़ी सैकड़ों बातों का खजाना है यह पुस्तक 'साँप', जिसे 'विज्ञान प्रसार' ने अन्तर्राष्ट्रीय प़थ्वी ग्रह वर्ष-2008 के अवसर पर प्रकाशित करने का निर्णय लिया था। वर्ष 2009 में प्रकाशित यह पुस्तक साँपों के इन्साइक्लोपीडिया के रूप में हमारे सामने आई है, जिसके लिए विज्ञान प्रसार और सुकन्या दत्ता दोनों बधाई के पात्र हैं। अगर आप साँपों से जुड़े मिथकीय कथानकों, उनके जीवन, उनके महत्व और उनपर आसन्न खतरों के बारे में जानने के इच्छुक हों, तो इस किताब को अवश्य पढें। यकीन मानें, 85 रू0 की यह किताब आपकी व्यक्तिगत लाइब्रेरी की महत्वपूर्ण पुस्तक साबित होने वाली है।
पुस्तक- साँप
लेखक- सुकन्या दत्ता
अनुवाद- वसीम हादी
प्रकाशक- विज्ञान प्रसार, ए-50, इंस्टीटयूशनल एरिया, सेक्टर-62, नोएडा-201307 फोन- 0120-2404430/35
मूल्य- 85 रूपये। Keywords: Science books, science books in hindi, scientific books, scientific books in hindi, Snakes in india, Snakes in Hindi, Vigyan Prasar Books, Sukanya Datta, Vaseem Hadi, Snakes myths and facts, Snakes Book in hindi
सांपों से सम्बंधित अन्य जानकारी के लिए यहां कि्लक करें |
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रोचक जानकारी वाली पुस्तक है। पढ़नी पड़ेगी।
जवाब देंहटाएंvakai ye vishwas kahan or kaise upje pata nahi par ab sach hi mane jane lage hain...achchi jaankari abhar.
जवाब देंहटाएंAchchhe pustak hai. Jankari ke liye aabhar.
जवाब देंहटाएंLagta hai bhujang vale isi se maater teepte the.
जवाब देंहटाएंरोचक जानकारी वाली पुस्तक लगती है .........
जवाब देंहटाएंसाँप का पता नही पर मनुष्यों को रोज रूप बदलते देख रहा हूँ ।
जवाब देंहटाएंजो भी कहें, मगर नाग-नागिन वाले सिनेमाओं के गीत मुझे बहुत सुरीले लगते हैं.. एक गीत अभी भी याद आ रहा है "तेरे संग प्यार मैं, नहीं छोड़ना.." और इससे पहले का डायलॉग सुनकर तो हंसते-हंसते पेट फूल जाता है.. :D
जवाब देंहटाएंपता नहीं क्यों सांप मुझे अच्छे नहीं लगते !
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी जानकारी। धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंरोचक जानकारी...
जवाब देंहटाएंलोजिकल बात कहें तो, यदि कोई सांप वाकई इच्छाधारी हो तो वो कोई भी रूप बदल सकता है :)
जवाब देंहटाएंऐसी रोचक जानकारी तो यहीं मिल सकती है ।
जवाब देंहटाएंसांप से सम्बंधित रोचक जानकारी ....
जवाब देंहटाएंइच्छाधारी साँपों को देखने की सारी संभावनाओं पर पानी फेर दिया आपने तो ...:):)...ये भी तो हो सकता है कि वे हमेशा के लिए इंसानों की शक्ल में तब्दील हो चुके हों ...कुछ लोगों को देखकर तो ऐसा ही लगता है ....!!
रोचक जानकारी
जवाब देंहटाएंक्या वाकई में सांप दूध नहीं पीते?
यकीन नहीं होता, बहुत बार टीवी पर भी देखा है और सुना भी है
और ये भी आश्चर्य जनक है कि नर और मादा सांप में कोई प्यार नहीं होता !!! strange !!!
हाँ मणि का तो पता था के ये सब बकवास है !!!
और ये किताब खरीदने कौन जाएगा अब !! बहुत आलसी हू मैं
रोचक जानकारी.
जवाब देंहटाएंयागेश जी, साँपों को दूध पीने का शौक नहीं होता। हाँ, जिन साँपों को नागपंचमी पर दूध पीते हुए दिखाया जाता है, उन्हें कई दिन पहले से भूखा-प्यासा रखा जाता है। ऐसे में दूध मिलने पर वे 'कुछ तो मिला' के सिद्धांत पर उसपर टूट पड़ते हैं और लोग समझते हैं कि वो दूध पी रहा है।
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