एक ओर तो आज पहेलियों की खिल्ली उडाई जा रही है और मेरी यह बेहयाई की एक पहली का उत्तर मैं दे रहा हूँ! भाई लोगों ने पिक्चर एनलार्ज कर कर मूली ...
एक ओर तो आज पहेलियों की खिल्ली उडाई जा रही है और मेरी यह बेहयाई की एक पहली का उत्तर मैं दे रहा हूँ!
भाई लोगों ने पिक्चर एनलार्ज कर कर मूली पहचान तो ली ! पर भैये , बहना ( एक को छोड़ कर ) यह महज मूली होती तो काहें आलतू फालतू अपना और आपका टाईम खोटी करता अपुन!
तो यह प्रक्रति के परिहास की एक मिसाल है -मतलब कुदरत भी कित्ती मजाकिया है ना ? मूली को बनाते सहसा उसे मजाक सूझा और उसने आक्टोपस की शक्ल की मूली बना दी ! अगर फोटो एनलार्ज न होती तो शेखी बघारते तो जानते ! यहीं राधे राधे हो गया ! मगर ज्ञान जी ने कित्ता सही जवाब दिया -आईये हम उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन दें !
तालियों के बाद -
बिल्कुल सही श्यामल जी -बस यह मूली के अवतार में है ! अप ने फोटो एनलार्ज नही किया क्या ?
प्रकाश गोविन्द said... क्या बच्चों वाली पहेली है अरविन्द मिश्रा जी !
अब आप किसी तरह यह सिद्ध कर दें कि यह मूली नहीं है तो मजा आ जाए
प्रकाश जी अब तो यह सिद्ध हो गया कि यह महज मूली नही है !
वाह वाह मिश्रा जी -अब मुरार भी दिखायियेगा !
यह उत्तर प्रविष्टि प्रकाश गोविन्द जी को समर्पित है ! कल से ही खन बहाए हैं !
भाई लोगों ने पिक्चर एनलार्ज कर कर मूली पहचान तो ली ! पर भैये , बहना ( एक को छोड़ कर ) यह महज मूली होती तो काहें आलतू फालतू अपना और आपका टाईम खोटी करता अपुन!
तो यह प्रक्रति के परिहास की एक मिसाल है -मतलब कुदरत भी कित्ती मजाकिया है ना ? मूली को बनाते सहसा उसे मजाक सूझा और उसने आक्टोपस की शक्ल की मूली बना दी ! अगर फोटो एनलार्ज न होती तो शेखी बघारते तो जानते ! यहीं राधे राधे हो गया ! मगर ज्ञान जी ने कित्ता सही जवाब दिया -आईये हम उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन दें !
तालियों के बाद -
बिल्कुल सही श्यामल जी -बस यह मूली के अवतार में है ! अप ने फोटो एनलार्ज नही किया क्या ?
- yah ek prakaar ki samudri machhali(sea fish ) है
- नहीं पाठक जी !
- ये वो मूली है, जो ऑक्टोपस बनने की नाकाम कोशिश कर रही है
प्रकाश गोविन्द said... क्या बच्चों वाली पहेली है अरविन्द मिश्रा जी !
अब आप किसी तरह यह सिद्ध कर दें कि यह मूली नहीं है तो मजा आ जाए
प्रकाश जी अब तो यह सिद्ध हो गया कि यह महज मूली नही है !
YE TO MAMOOLI HAI ha ha ha हा- यह कहाँ से मामूली हुयी भाई !
वाह वाह मिश्रा जी -अब मुरार भी दिखायियेगा !
- वैसे तो यह मूली ही है .....पर इसकी भिन्न बनावट मूसली की भी सम्भावना बताती है
- धन्य रे मास्टर साब मुसली तक जा पहुंचे -इसे कहते हैं उंगली से कन्धा तक जा पहुंचना!
यह उत्तर प्रविष्टि प्रकाश गोविन्द जी को समर्पित है ! कल से ही खन बहाए हैं !
सचमुच ये मामूली नहीं है.
जवाब देंहटाएंज्ञान जी को बधाई
जवाब देंहटाएंमै तो कहूँगा ये "तस्लीम मूली" है तो आपको मानना पड़ेगा क्योकि यह भी एक प्रकार है . हा हा
अब भाई है तो मूली ही भले मामूली हो न हो :)
जवाब देंहटाएंज्ञान जी को बधाई
जवाब देंहटाएंसबसे पहले तो ज्ञानजी को बधाई.
जवाब देंहटाएंएक ओर तो आज पहेलियों की खिल्ली उडाई जा रही है और मेरी यह बेहयाई की एक पहली का उत्तर मैं दे रहा हूँ !
आप काहे परेशान होते हैं? हर महान काम की पहले खिल्ली उडाई जाती है. लगे रहिये.:)
रामराम.
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जवाब देंहटाएंहमें तो उक्त पोस्ट में यह पसन्द आया:
जवाब देंहटाएंयह उत्तर प्रविष्टि प्रकाश गोविन्द जी को समर्पित है ! कल से ही खन बहाए हैं !
मेरी ओर से भी बधाई.
जवाब देंहटाएंये भी कोई बात है??
जवाब देंहटाएंऑक्टोपस की आठ टांगे होती हैं--
इस मूली की तो सिर्फ ४ टांगे थीं!इसे quadrapus मूली कहीये तब सही बैठेगा.:)
अल्पना जी आपने मेरी ऑंखें खोल दीं ! शुक्रिया !
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