इस पहेली को भी लगभग सभी ने बूझ लिया ,ज्ञान जी ने एक जानकारी और जोड़ी कि इसके कुछ अंगों के कामोद्दीपक होने के चलते यह बिचारा अपने अस्तित्व को ...
इस पहेली को भी लगभग सभी ने बूझ लिया ,ज्ञान जी ने एक जानकारी और जोड़ी कि इसके कुछ अंगों के कामोद्दीपक होने के चलते यह बिचारा अपने अस्तित्व को रो रहा है -ज्ञान जी ,मुझे गोह के इस गुण का पता नही है ।
मगर मगर्गोह (मानीटर लिजार्ड ) या सिर्फ़ गोह के नाम से विख्यात यह प्राणी अपने पंजो की पकड़ ऐसी मजबूत रखता है कि इसके बारे में ही सुना जाता है कि शिवाजी के सैनिक इसकी कमर से रस्सी बाँध कर किलों पर चढ़ जाते थे .इसकी भारत में कई प्रजातियाँ हैं .कामन मानीटर लिजार्ड को ही बँगला में गोह -सौंप ,मराठी में घोर्पद तथा दूसरी जातियों में डेजर्ट मानीटर लिजार्ड है और एक वाटर मानीटर है जो सबसे बड़े सायिज की होती/होता है ।
मेरे अपने खोजबीन के आधार पर इसी के बच्चों को लोग विष खोपडा कह देते है और भय्नक्र विष वाला मानते हैं .जबकि ये प्रजातियाँ बिल्कुल भी विषैली नही होतीं ।
पहला सही जवाब अनाम भाई का रहा और ट्रेंड सेटर बन गया ,अनिल पुसडकर साहब ने भी बिल्कुल सही फरमाया और इसका मराठी नाम भी बताया ,रंजना जी डर गयीं आँख भर के इसे देखा नहीं फिर जवाब कैसे देतीं?(फिर से एक बार हिम्मत कर केदेखें रंजना जी !मुझे पता है महिलाओं को छिपकलियों से डर लगता है मेरी श्रीमती जी तो इतना हो हल्ला मचाती हैं हिं कि बस...... ) अभिषेक ओझा जी ,स्मार्ट इंडियन,उन्मुक्त जी के जवाब भी दुरुस्त रहे ,महेंद्र मिश्रा जी और विचार भटके और इसे समुद्र का गाद्जिला बना दिया .ज़ाकिर ,नीरज जी देर आयद दुरुस्त आयद ,लवली जी ने दुरुस्त फरमाया तो सीमा गुप्ताजी इसमें विष होने से सशंकित दिखीं और इसे गिरगिट तक की उपाधि दे डाली ।
आप सभी को इस पहेली में भाग लेने का शुक्रिया ....
मगर मगर्गोह (मानीटर लिजार्ड ) या सिर्फ़ गोह के नाम से विख्यात यह प्राणी अपने पंजो की पकड़ ऐसी मजबूत रखता है कि इसके बारे में ही सुना जाता है कि शिवाजी के सैनिक इसकी कमर से रस्सी बाँध कर किलों पर चढ़ जाते थे .इसकी भारत में कई प्रजातियाँ हैं .कामन मानीटर लिजार्ड को ही बँगला में गोह -सौंप ,मराठी में घोर्पद तथा दूसरी जातियों में डेजर्ट मानीटर लिजार्ड है और एक वाटर मानीटर है जो सबसे बड़े सायिज की होती/होता है ।
मेरे अपने खोजबीन के आधार पर इसी के बच्चों को लोग विष खोपडा कह देते है और भय्नक्र विष वाला मानते हैं .जबकि ये प्रजातियाँ बिल्कुल भी विषैली नही होतीं ।
पहला सही जवाब अनाम भाई का रहा और ट्रेंड सेटर बन गया ,अनिल पुसडकर साहब ने भी बिल्कुल सही फरमाया और इसका मराठी नाम भी बताया ,रंजना जी डर गयीं आँख भर के इसे देखा नहीं फिर जवाब कैसे देतीं?(फिर से एक बार हिम्मत कर केदेखें रंजना जी !मुझे पता है महिलाओं को छिपकलियों से डर लगता है मेरी श्रीमती जी तो इतना हो हल्ला मचाती हैं हिं कि बस...... ) अभिषेक ओझा जी ,स्मार्ट इंडियन,उन्मुक्त जी के जवाब भी दुरुस्त रहे ,महेंद्र मिश्रा जी और विचार भटके और इसे समुद्र का गाद्जिला बना दिया .ज़ाकिर ,नीरज जी देर आयद दुरुस्त आयद ,लवली जी ने दुरुस्त फरमाया तो सीमा गुप्ताजी इसमें विष होने से सशंकित दिखीं और इसे गिरगिट तक की उपाधि दे डाली ।
आप सभी को इस पहेली में भाग लेने का शुक्रिया ....
ओह !!एक तो बच्ची फ़ेल हो गई इस बार ..सिर्फ़ डर के मारे और आप कह रहे कि देखती:) सभी पास हुए बच्चो को बधाई सही खतरनाक उत्तर देने के लिए :) अगली पहेली का इन्तजार.. इस बार डराना मत सर :)
जवाब देंहटाएंथोड़ा तो रुकना था-छुट्टी पर भी न जाउँ क्या?? :)
जवाब देंहटाएंमुझे पता था, लेकिन पता नही कब सवाल पुछ लिया? चलो मे अपने आप को पास मान लेता हू
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
"मुझे पता है महिलाओं को छिपकलियों से डर लगता है मेरी श्रीमती जी तो इतना हो हल्ला मचाती हैं हिं कि बस.."
जवाब देंहटाएंऔर मैं पूछ पकड़ के उठा लेती हूँ इस बारे में क्या ख्याल है हा हा हा :-)
मेरी ओर से भी सभी विजेताओं को बधाई।
जवाब देंहटाएंसमीर जी छुटटी पर थे शायद यह बात अरविंद जी को पता नहीं थी। वैसे उन्होंने पहेली पूछने के बाद तीन दिन तक इंतजार किया था, शायद समीर जी के लिए ही...
...और हाँ, लवली जी छिपकली हाथ से उठा लेती हैं, यह जानकर आश्चर्यमिश्रित प्रसन्नता हुई।
जवाब देंहटाएंRochak jaankari hai.
जवाब देंहटाएंye paheli to bahut aasan thi, thodi muskil poochho.
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