Sci connect inaugration 2018 report in Hindi.
इस वर्ष “साई-कनेक्ट” कार्यक्रम का औपचारिक तौर पर शुभारंभ त्रिपुरा की राजधानी आगरतला में 10 से 11 अप्रैल को आयोजित एक कार्यक्रम में त्रिपुरा राज्य के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री श्री सुदीप रॉय बर्मन ने किया। इस दौरान विभिन्न आठ उत्तर—पूर्वी राज्यों से आए वैज्ञानिकों एवं देशभर से आए स्रोत व्यक्तियों ने कार्यक्रम के आयोजन संबंधी बैठक में भी हिस्सा लिया।
“साई-कनेक्ट” कार्यक्रम भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों के छात्रों के लिए एक अनोखा विज्ञान क्विज़ कार्यक्रम बन कर उभरा है। इस वार्षिक कार्यक्रम का आरंभ पिछले वर्ष से किया गया है। इस साल इसका दूसरा वर्ष है। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य उच्च प्राथमिक से माध्यमिक कक्षा के छात्रों के बीच विज्ञान के प्रति रुझान बढ़ाना है। इसके माध्यम से विद्यार्थी रोजमर्रे के जीवन में विज्ञान के महत्त्व को समझ रहे हैं।
ये प्रतियोगिता दूरदराज के क्षेत्रों में रहनेवाले छात्रों को नवीन विचारों को सामने लाने का अवसर प्रदान करती है। इस कार्यक्रम का आरम्भ भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अन्तर्गत कार्यरत स्वायत्तशासी संस्थान “विज्ञान प्रसार” ने किया है ।
विज्ञान प्रसार में वैज्ञानिक कपिल त्रिपाठी ने इस कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि ''साई-कनेक्ट क्विज़ प्रतियोगिता तीन चरणों में आयोजित की जा रही है।पहले चरण में पंजीकरण, फिल्मों का प्रदर्शन तथा वस्तुनिष्ठ लिखित क्विज़ शामिल है। इस चरण में स्कूलों में लिखित बहुविकल्पी प्रश्नों की परीक्षा होगी, जिसमें सीबीएसई सिलेबस से 40 प्रतिशत तथा विज्ञान प्रसार की उपलब्ध कराई गई फिल्मों से 60 प्रतिशत प्रश्न होंगे। पिछले वर्ष पहले चरण में 15 छात्रों का चयन हुआ था, लेकिन इस वर्ष प्रथम चरण में प्रत्येक राज्य से चयनित होनेवाले छात्रों की संख्या बढ़ाकर 30 कर दी गई है। इस प्रकार 2018 में कुल 240 छात्रों को वैज्ञानिक प्रयोगों में भाग लेने का अवसर दिया जाएगा, जबकि प्रत्येक राज्य के सर्वश्रेष्ठ 15 छात्र सीधे लाइव क्विज़ प्रतियोगिता में भाग ले सकेंगे। पहला चरण उत्तर-पूर्व के सभी 8 राज्यों, यानी मिजोरम अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, त्रिपुरा, मणिपुर, असम, सिक्किम तथा मेघालय में सम्पन्न होगा।
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दूसरे चरण में विज्ञान की प्रायोगिक गतिविधियां तथा लाइव क्विज़ प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। प्रथम चरण के चयनित छात्र दूसरे चरण में वैज्ञानिक प्रयोगों तथा लाइव क्विज़ प्रतियोगिता में भाग लेंगे, जिसका प्रसारण उत्तर-पूर्व के सभी राज्यों में स्थित दूरदर्शन केंद्रों द्वारा किया जाएगा। दूसरे चरण का आयोजन मिज़ोरम तथा सिक्किम में किया जाएगा, जिन्होंने साई-कनेक्ट 2017 में दूसरा तथा तीसरा स्थान प्राप्त किया था।
तीसरा चरण साई-कनेक्ट लाइव क्विज़ प्रतियोगिता का फाइनल होगा। साई-कनेक्ट 2018 के फाइनल में प्रत्येक राज्य की एक टीम भाग लेगी, जिसमें पहली, दूसरी तथा तीसरी सर्वश्रेष्ठ टीमों को पुरस्कृत किया जाएगा। विजेता टीम को प्रतिष्ठित साई-कनेक्ट विजेता ट्रॉफी के अलावा नगद पुरस्कार से भी सम्मानित किया जाएगा।''
पिछले साल हुए इस कार्यक्रम के अनुभव को बतात हुए विज्ञान प्रसार में वैज्ञानिक सचिन नरवडिया ने बताया कि '' पिछले वर्ष साई-कनेक्ट प्रतियोगिता को भारी समर्थन मिला, और विज्ञान क्विज़ प्रतियोगिता में छह हज़ार से अधिक छात्रों ने भाग लिया। गुवाहाटी में हुए साई-कनेक्ट की फाइनल प्रतियोगिता में त्रिपुरा की टीम विजयी रही। फिलहाल साई-कनेक्ट की रोलिंग ट्रॉफी टीम त्रिपुरा टीम के पास है, जो साई-कनेक्ट 2018 के विजेता के पास जाएगी। अगर आप पिछले वर्ष साई-कनेक्ट प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सके तो इस वर्ष 25 मई से पहले पंजीकरण अवश्य कराएं। अधिक जानकारी के लिए विज्ञान प्रसार की वेबसाइट www.vigyanprasar.gov.in पर देख सकते हैं।''
“साई-कनेक्ट” विज्ञान क्विज़ प्रतियोगिता में भाग लेने के इच्छुक स्कूलों को अपने क्षेत्र के राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् में 25 मई 2018 तक पंजीकरण कराना होगा। विज्ञान प्रसार, उत्तर—पूर्वी भारत के आठ राज्यों के प्रत्येक स्कूल को सम्बंधित राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् के माध्यम से फिल्मों का एक सेट प्रदान करेगा। प्रत्येक सेट में अंग्रेजी में 24 से 27 मिनट की 33 फिल्में होंगी। इन फिल्मों के माध्यम से जीव विज्ञान, भौतिकी, गणित, सामान्य विज्ञान तथा रसायन विज्ञान के विभिन्न विषयों को रोचक तरीके से प्रस्तुत किया गया है। इन फिल्मों को आप विज्ञान प्रसार के यू-ट्यूब चैनल पर भी देख सकते हैं।
नवनीत कुमार गुप्ता पिछले दस वर्षों से पत्र-पत्रिकाओं, आकाशवाणी एवं दूरदर्शन आदि जनसंचार के विभिन्न माध्यमों द्वारा वैज्ञानिक दृष्टिकोण और पर्यावरण संरक्षण जागरूकता के लिए प्रयासरत हैं। आपकी विज्ञान संचार विषयक लगभग एक दर्जन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं तथा इन पर गृह मंत्रालय के ‘राजीव गांधी ज्ञान विज्ञान मौलिक पुस्तक लेखन पुरस्कार' सहित अनेक पुरस्कार एवं सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। आप विज्ञान संचार के क्षेत्र में कार्यरत संस्था ‘विज्ञान प्रसार’ से सम्बंद्ध हैं। आपसे निम्न मेल आईडी पर संपर्क किया जा सकता है:
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“साई-कनेक्ट” कार्यक्रम भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों के छात्रों के लिए एक अनोखा विज्ञान क्विज़ कार्यक्रम बन कर उभरा है। इस वार्षिक कार्यक्रम का आरंभ पिछले वर्ष से किया गया है। इस साल इसका दूसरा वर्ष है। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य उच्च प्राथमिक से माध्यमिक कक्षा के छात्रों के बीच विज्ञान के प्रति रुझान बढ़ाना है। इसके माध्यम से विद्यार्थी रोजमर्रे के जीवन में विज्ञान के महत्त्व को समझ रहे हैं।
ये प्रतियोगिता दूरदराज के क्षेत्रों में रहनेवाले छात्रों को नवीन विचारों को सामने लाने का अवसर प्रदान करती है। इस कार्यक्रम का आरम्भ भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अन्तर्गत कार्यरत स्वायत्तशासी संस्थान “विज्ञान प्रसार” ने किया है ।
विज्ञान प्रसार में वैज्ञानिक कपिल त्रिपाठी ने इस कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि ''साई-कनेक्ट क्विज़ प्रतियोगिता तीन चरणों में आयोजित की जा रही है।पहले चरण में पंजीकरण, फिल्मों का प्रदर्शन तथा वस्तुनिष्ठ लिखित क्विज़ शामिल है। इस चरण में स्कूलों में लिखित बहुविकल्पी प्रश्नों की परीक्षा होगी, जिसमें सीबीएसई सिलेबस से 40 प्रतिशत तथा विज्ञान प्रसार की उपलब्ध कराई गई फिल्मों से 60 प्रतिशत प्रश्न होंगे। पिछले वर्ष पहले चरण में 15 छात्रों का चयन हुआ था, लेकिन इस वर्ष प्रथम चरण में प्रत्येक राज्य से चयनित होनेवाले छात्रों की संख्या बढ़ाकर 30 कर दी गई है। इस प्रकार 2018 में कुल 240 छात्रों को वैज्ञानिक प्रयोगों में भाग लेने का अवसर दिया जाएगा, जबकि प्रत्येक राज्य के सर्वश्रेष्ठ 15 छात्र सीधे लाइव क्विज़ प्रतियोगिता में भाग ले सकेंगे। पहला चरण उत्तर-पूर्व के सभी 8 राज्यों, यानी मिजोरम अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, त्रिपुरा, मणिपुर, असम, सिक्किम तथा मेघालय में सम्पन्न होगा।
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दूसरे चरण में विज्ञान की प्रायोगिक गतिविधियां तथा लाइव क्विज़ प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। प्रथम चरण के चयनित छात्र दूसरे चरण में वैज्ञानिक प्रयोगों तथा लाइव क्विज़ प्रतियोगिता में भाग लेंगे, जिसका प्रसारण उत्तर-पूर्व के सभी राज्यों में स्थित दूरदर्शन केंद्रों द्वारा किया जाएगा। दूसरे चरण का आयोजन मिज़ोरम तथा सिक्किम में किया जाएगा, जिन्होंने साई-कनेक्ट 2017 में दूसरा तथा तीसरा स्थान प्राप्त किया था।
तीसरा चरण साई-कनेक्ट लाइव क्विज़ प्रतियोगिता का फाइनल होगा। साई-कनेक्ट 2018 के फाइनल में प्रत्येक राज्य की एक टीम भाग लेगी, जिसमें पहली, दूसरी तथा तीसरी सर्वश्रेष्ठ टीमों को पुरस्कृत किया जाएगा। विजेता टीम को प्रतिष्ठित साई-कनेक्ट विजेता ट्रॉफी के अलावा नगद पुरस्कार से भी सम्मानित किया जाएगा।''
पिछले साल हुए इस कार्यक्रम के अनुभव को बतात हुए विज्ञान प्रसार में वैज्ञानिक सचिन नरवडिया ने बताया कि '' पिछले वर्ष साई-कनेक्ट प्रतियोगिता को भारी समर्थन मिला, और विज्ञान क्विज़ प्रतियोगिता में छह हज़ार से अधिक छात्रों ने भाग लिया। गुवाहाटी में हुए साई-कनेक्ट की फाइनल प्रतियोगिता में त्रिपुरा की टीम विजयी रही। फिलहाल साई-कनेक्ट की रोलिंग ट्रॉफी टीम त्रिपुरा टीम के पास है, जो साई-कनेक्ट 2018 के विजेता के पास जाएगी। अगर आप पिछले वर्ष साई-कनेक्ट प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सके तो इस वर्ष 25 मई से पहले पंजीकरण अवश्य कराएं। अधिक जानकारी के लिए विज्ञान प्रसार की वेबसाइट www.vigyanprasar.gov.in पर देख सकते हैं।''
“साई-कनेक्ट” विज्ञान क्विज़ प्रतियोगिता में भाग लेने के इच्छुक स्कूलों को अपने क्षेत्र के राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् में 25 मई 2018 तक पंजीकरण कराना होगा। विज्ञान प्रसार, उत्तर—पूर्वी भारत के आठ राज्यों के प्रत्येक स्कूल को सम्बंधित राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् के माध्यम से फिल्मों का एक सेट प्रदान करेगा। प्रत्येक सेट में अंग्रेजी में 24 से 27 मिनट की 33 फिल्में होंगी। इन फिल्मों के माध्यम से जीव विज्ञान, भौतिकी, गणित, सामान्य विज्ञान तथा रसायन विज्ञान के विभिन्न विषयों को रोचक तरीके से प्रस्तुत किया गया है। इन फिल्मों को आप विज्ञान प्रसार के यू-ट्यूब चैनल पर भी देख सकते हैं।
-लेखक परिचय-
नवनीत कुमार गुप्ता पिछले दस वर्षों से पत्र-पत्रिकाओं, आकाशवाणी एवं दूरदर्शन आदि जनसंचार के विभिन्न माध्यमों द्वारा वैज्ञानिक दृष्टिकोण और पर्यावरण संरक्षण जागरूकता के लिए प्रयासरत हैं। आपकी विज्ञान संचार विषयक लगभग एक दर्जन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं तथा इन पर गृह मंत्रालय के ‘राजीव गांधी ज्ञान विज्ञान मौलिक पुस्तक लेखन पुरस्कार' सहित अनेक पुरस्कार एवं सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। आप विज्ञान संचार के क्षेत्र में कार्यरत संस्था ‘विज्ञान प्रसार’ से सम्बंद्ध हैं। आपसे निम्न मेल आईडी पर संपर्क किया जा सकता है:
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