राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद् (नेशनल काउंसिल फॉर साइंस एण्ड टेक्नालॉजी कम्युनिकेशन - NCSTC , नई दिल्ली ), विज्ञा...
राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद् (नेशनल काउंसिल फॉर साइंस एण्ड टेक्नालॉजी कम्युनिकेशन -NCSTC, नई दिल्ली), विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार और टीम फॉर साइंटिफिक अवेयरनेस ऑन लोकल इश्यूज़ इन इंडियन मॉसेज' (तस्लीम), लखनऊ द्वारा 'ब्लॉग लेखन के द्वारा विज्ञान संचार' विषयक 5 दिवसीय कार्यशाला प्रस्तावित है। विज्ञान लेखन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम सितम्बर के प्रथम सप्ताह में लखनऊ में सम्पन्न होना है (कार्यक्रम तिथि एवं स्थान शीघ्र सूच्य)। कार्यशाला के अन्तर्गत निम्न सत्र प्रस्तावित हैं-
पहला सत्र
ब्लॉग जगत का तकनीकी परिचय
दूसरा सत्र
विशेषज्ञ व्याख्यान एवं चर्चा
तीसरा सत्र
चिट्ठों द्वारा विज्ञान संचार-एक आकलन
चौथा सत्र
प्रतिभागियों द्वारा चयनित विज्ञान विषय/विधाओं का चयन/लेखन
पाँचवाँ सत्र
ब्लॉग: परिचय एवं प्रयोग
छठा सत्र
ब्लॉग तकनीक का प्रयोग
सातवाँ सत्र
तकनीकी चर्चा एवं शंका समाधान
आठवाँ सत्र
व्यावहारिक दिक्कतें एवं निराकरण
नवाँ सत्र
प्रशिक्षुओं के कार्यों का मूल्यांकन
उक्त प्रशिक्षण हेतु इच्छुक व्यक्तियों के आवेदन आमंत्रित हैं। जो व्यक्ति/ब्लॉगर विज्ञान लेखन में रूचि रखते हों और उक्त प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते हों, वे अपना आवेदन तस्लीम के महामंत्री ज़ाकिर अली रजनीश को ईमेल (zakirlko@gmail.com) अथवा डाक (पोस्ट बॉक्स नं0 4, दिलकुशा, लखनऊ-226002) द्वारा भेज सकते हैं (ईमेल से भेजे जाने वाले आवेदन पत्रों में विषय में 'विज्ञान ब्लॉग लेखन कार्यशाला' अवश्य लिखें)। आवेदन पत्र में आवेदक अपनी शैक्षिक योग्यता, लेखन अनुभव, 3 प्रकाशित लेख (इसमें ब्लॉग पोस्ट भी शामिल हैं), सम्पर्क सूत्र (ईमेल एवं मोबाईल नं0 सहित) का विवरण अवश्य दें। आवेदन पत्र प्राप्त होने की अंतिम तिथि 10 अगस्त, 2010 है। इसके बाद प्राप्त होने वाले आवेदन पत्रों पर विचार करना संभव नहीं होगा। कार्यशाला हेतु प्रशिक्षुओं का चयन तकनीकी मूल्याँकन कमेटी के द्वारा किया जाएगा। चूँकि कार्यशाला हेतु सीमित संसाधन ही उपलब्ध हैं, इसलिए बाहर से मात्र 10 एवं स्थानीय व्यक्तियों को चयनित किया जाएगा। लखनऊ से बाहर के कार्यशाला हेतु चयनित प्रशिक्षु प्रतिभागियों को स्लीपर श्रेणी (आने-जाने) के मार्ग व्यय के साथ ही उन्हें एवं सभी स्थानीय प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण किट, कार्यशाला अवधि में खानपान एवं आवासीय सुविधा नि:शुल्क प्रदान की जायेगी .विशेषज्ञों का चयन एन0 सी0 एस0 टी0 सी0 के परामर्श पर किया जाएगा !
प्रस्तावित कार्यक्रम में 4 दिन प्रशिक्षुओं को तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया जाना है। कार्यक्रम के पांचवें तथा अन्तिम दिन स्थानीय भ्रमण के अंतर्गत तत्क्षण विज्ञान चिट्ठाकारिता (इवेंट साईंस ब्लागिंग ) का कार्यक्रम प्रस्तावित है। कार्यशाला में भाग लेने वाले सभी प्रशिक्षुओं को सहभागिता प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाएगा।
कार्यशाला का माध्यम द्विभाषीय होगा (हिन्दी और अंगरेजी ) .
कार्यशाला को बेहतर बनाने के लिए यदि आप कोई सुझाव देना चाहें, तो उसका भी स्वागत है। कार्यशाला की रिपोर्ट ब्लॉग के माध्यम से प्रतिदिन पाठकों तक पहुँचाई जाएगी।
अगर आपको 'तस्लीम' का यह प्रयास पसंद आया हो, तो कृपया फॉलोअर बन कर हमारा उत्साह अवश्य बढ़ाएँ। |
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ज़ाकिर भाई, आपकी मेहनत दिशा सकारात्मक की ओर है और इसमें आपको जिस तरह से भूत और वतमान में सफलता मिल रही है... इंशाअल्लाह आगे भी मिलती रहे... यही दुआ है. एक शेर अर्ज़ है:::
जवाब देंहटाएं."मैं अकेला ही चला था जानिबे मंज़िल मगर, लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया!"
मैं भी शामिल होऊंगा इंशाअल्लाह !
अच्छी खबर है !
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा क़दम! जितनी सराहना की जए कम है।
जवाब देंहटाएंbahut acchi khabar....is sakaaratmak kaary hetu meri or se badhaai/
जवाब देंहटाएंJai Ho.
जवाब देंहटाएंसार्थक और सराहनीय प्रयास ...
जवाब देंहटाएंGood News!
जवाब देंहटाएंबेहतरीन कोशिश..... बहुत खूब!
जवाब देंहटाएंसराहनीय प्रयास ...
जवाब देंहटाएंअच्छी खबर है !
जवाब देंहटाएंक्या मैं भी आ सकता हूँ ?
दर्शन जी, अवश्य।
जवाब देंहटाएंare waah ,
जवाब देंहटाएंbadhaai,
main har kadam par aapke sath huun
अच्छी खबर है.सम्मलेन में हिस्सा लेने की इच्छा तो अवश्य है.
जवाब देंहटाएंअफ़सोस कि मेरे nikat bhavishy mein भारत आने /में होने की संभावनाएं नहीं हैं.
शुभकामनाएँ
बधाई..
जवाब देंहटाएंबधाई और शुभकामनाएं !!
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