भूत भगावन भाई (Ghost Buster ) ने फिर बाजी मार ली है! सही उत्तर (चित्र पहेली-55) था एक्सोलोटल लार्वा (Axolotl Larva) -यह एक उभयचर(मेढक वर्...
भूत भगावन भाई (Ghost Buster ) ने फिर बाजी मार ली है! सही उत्तर (चित्र पहेली-55) था एक्सोलोटल लार्वा (Axolotl Larva) -यह एक उभयचर(मेढक वर्ग) जंतु एम्बायोस्टोमा (Ambystoma) का लारवल यानि भ्रूणीय अविकसित रूप है मगर मजे /हैरत की बात यह है कि यह खुद भ्रूणीय अवस्था में होने के बावजूद भी प्रजनन कर लेता है और बच्चे पैदा करता है! यानि कि बच्चे का बच्चा!
एक समय था जब इसके अडल्ट /वयस्क रूप -एम्बायोस्तोमा और एक्सोलोटल (axolotl) को दो अलग अलग जीव मना जाता था मगर किसी एक्वेरियम वाले ने एक दिन अचानक और अप्रत्याशित यह देखा कि एक एक्वेरियम जिसमें दवा के रूप में कुछ आयोडीन डाला जा रहा था में कुछ नए भयावह सी छिपकलियाँ गोते लगा रही हैं! आखिर माजरा क्या है - खोजबीन शुरू हुई! ..पता चला कि आयोडीन देने पर एक्सोलोटल लार्वा ही एम्बायोस्तोमा में बदल गए थे...एक नई बात उजागर हो गयी थी कि ये अलग अलग जीव नहीं हैं बल्कि एक भ्रूण है दूसरा उसका विकसित रूप! मगर आश्चर्य यह कि यह पहला ऐसा भ्रूण था जो स्वयं अडल्ट भी होकर बाकायदा प्रजनन कर रहा था -शायद विकास की महायात्रा में इन जीवों को आयोडीन न मिलने से इनका अग्रिम विकास रूक गया हो और वही लारवल रूप स्थाई भी बन गया हो!
डरावना एम्बायोस्टोमा
लार्वा, बच्चा किसी का भी क्यूट सा लगता है -इसलिए ही एक्सोलोटल क्यूट सा/भोला भाला सा दिखता है (मगर है नहीं ) -इसलिए महफूज भाई खुद एक्सोलोटल बन गए और अब असलियत आ गयी है सामने तो कहेगें कि कहाँ मुंह छुपाऊँ ? मगर एक बात बताऊँ ? मनुष्य भी खुद एक एक्सोलोटल सा ही प्राणी तो है उसका भी कोई आयोडीन सरीखा पेय कही लुप्त हुआ तो अग्रिम विकास रूक गया है ! मैंने १९९३ के दौरान एक कहानी लिखी थी विज्ञान प्रगति में -कायांतरण! उसमें कल्पना थी कि एक सभ्य दुनिया का आदमी दुर्घटनावश भयावने से येतियों के रहस्यमय संसार में पहुच गया था और येतिओं ने उसे एक जडी खिलानी शुरू कि तो वह उत्तरोत्तर येती में बदल गया और अपने भयानक रूप के चलते फिर सभ्य दुनिया में वापस नहीं लौट कर आया! ऐसी घटना जिसमें जंतुओं के लार्वल रूप ही प्रजनन करने लगें प्राणी शास्त्र की भाषा में नियोटिनी कहा जाता है!
पं.डी.के.शर्मा"वत्स" मुझे उत्तरोत्तर प्रभावित कर रहे हैं, उन्होंने भूत भगावन भाई के ठीक बाद सही उत्तर झोंक दिया था -परनाम पंडित जी ! Rekhaa Prahalad ने सही सटीक उत्तर दिया -"Salamander larval stage in aquatic environment." शमीम जी तो चित्र ढूंढ निकाला मगर नाम में गडबडाए तो जीशान ने संभाल दिया! सीमा जी शुरुआती भटकावों के बाद सही जवाब तक पहुँच गयीं! अंतिम सही जवाब सलीम खान का रहा!
क्यूट सा बेचारा ऐक्सोलोटल,
आप सभी ने जिस उत्साह के साथ इस पहेली में भाग लिया वह अविस्मरनीय और प्रशंसनीय है! सभी का आभार!keywords: ambystoma, ambystoma tigrinum, ambystoma mexicanum, ambystoma maculatum, ambystoma opacum, ambystoma gracile, ambystoma texanum, ambystoma talpoideum, ambystoma mavortium, ambystoma macrodactylum, axolotl, axolotl facts, axolotl corp, axolotl healthcare, axolotl mexican walking fish, axolotl india, axolotl care, axolotl pronunciation, axolotl larvae hatching, axolotl larvae growth rate, axolotl larvae care, axolotl larvae development, axolotl larvae food, axolotl larvae dying, axolotl larvae floating, axolotl larvae air bubble,
आपने लिखा था
जवाब देंहटाएंयह तो बहुत सरल पहेली है -प्राणी जगत से है !
विजेताओं को बधाई।
सभी विजेताओं को बधाई।
जवाब देंहटाएंregards
भूत भगावन भाई, पंडित वत्स जी और राखी प्रहलाद जी को बहुत बहुत बधाई। यह पहेली मेरी नज़र में भी कठिन थी, इसलिए इन विजेताओं को मैं दिल से मुबारकबाद देता हूँ।
जवाब देंहटाएंहाँ, दाद तो शमीम भाई की भी देनी पड़ेगी, उन्हें भी रस आने लगा है। उनसे एक बार फिर से आग्रह करता हूँ कि अपना ब्लॉग अब बना ही डालें।
और हाँ, सीमा जी, जीशान जी और सलीम भाई भी सही जवाब तक पहुंचे, उन्हें भी बहुत बहुत बधाई।
nice!!!???
जवाब देंहटाएंहड़बड़ी में गड़बड़ी हो गयी.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद. बड़ा ही रोचक आलेख पढ़ने को मिला अरविंद जी की कलम से. नयी जानकरी रही.
जवाब देंहटाएं’कायांतरण’ कहां पढ़ी जा सकती है?
और सही हल का राज तो इंटरनेट सर्च में ही छुपा है.