यह रंग बिरंगा पक्षी ब्लिथ ट्रैगोपान (Blyth Tragopan) है, जो तीतर के परिवार से ताल्लुक रखता है। यह एक चमकीले रंग वाला पक्षी है। नर ब्लिथ...
यह रंग बिरंगा पक्षी ब्लिथ ट्रैगोपान (Blyth Tragopan) है, जो तीतर के परिवार से ताल्लुक रखता है। यह एक चमकीले रंग वाला पक्षी है। नर ब्लिथ ट्रैगोपान का रंग मादा पक्षी की तुलना में ज्यादा आकर्षक होता है। मादा जहां धूसर भूरा होता है, वहीं नर की गर्दन नारंगी तथा तथा शरीर का शेष भाग भूरे रंग का होता है।
ब्लिथ ट्रैगोपान समूह में रहने वाला पक्षी है, जो प्राय: ऊंची उड़ान से परहेज करते हैं। यह एक प्रकार का सर्वहारी पक्षी है, जो अनाज से लेकर केंचुआ, दीमक, चींटी एवं छोटे सरीसृपों तक को अपना आहार बना लेता है।
मादा ब्लिथ ट्रैगोपान 02 से लेकर 06 तक अंडे देती है, जिनसे लगभग एक माह में बच्चे निकलते हैं। इस पक्षी की विशेषता यह है कि यह प्रणय के लिए मोर की तरह अपनी मादा के सामने नृत्य करके उसे रिझाता है। इसका जीव वैज्ञानिक नाम ट्रैगोपान ब्लिथी है, तथा इसे हुरहुरी एवं अगाह नाम से भी जाना जाता है। नागालैण्ड सरकार ने इसे प्रदेश का राज्य पक्षी घोषित कर रखा है।
इस बार बहुत सारे जवाब आए, पर मिलते-जुलते होने के कारण बहुत से लोग प्रारम्भ में ब्लिथ ट्रैगोपान की जगह वेस्टर्न ट्रैगोपान पर अटक गये। पर पहेली का मतलब तो पहेली होता है, और जो व्यक्ति सबसे सही जवाब देता है, वही विजेता चुना जाता है।
इस नज़रिए से चित्र पहेली-96 के विजेता चुने गये हैं Indranil Bhattacharjee ........."सैल"। सैल भाई को इस हेतु हार्दिक बधाई।
हालाँकि आशीष श्रीवास्तव जी ने इससे पहले अपने जवाब में बताते हुए लिखा- था 'बहुत दूर पहुँच गए जी, इस बार नागालैंड टक ये ट्रागोपन(Tragopan) है !'
यह सच है कि ब्लिथ ट्रैगोपान नागालैण्ड का राज्य पक्षी है, पर उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया, सिर्फ नागालैण्ड का नाम लिया और पक्षी का पूरा नाम भी नहीं बताया, इसलिए उनके उत्तर को सही नहीं माना गया। लगता है आशीष भाई, जल्दी में थे, सो इसलिए उनसे रिक्वेस्ट है कि अगली बार पहेली का पूरा और सही जवाब देंगे।
सैल जी के अलावा जिन लोगों ने सही जवाब दिये हैं, उनके नाम हैं- सुश्री/सर्वश्री सीमा गुप्ता, एम0ए0 शर्मा 'सेहर', दर्शन लाल बवेजा, प्रकाश गोविन्द और दीपक मशाल। आप सबको भी हार्दिक बधाईयाँ।
आमतौर से पहेली के जो लोग उत्तर देते हैं, वे उस सम्बंध में कुछ न कुछ जानकारियाँ भी साथ में जोड़ देते हैं। लेकिन ये जानकारियाँ आमतौर से अंग्रेजी में होती हैं। पर इस बार दीपक मशाल जी ने हिन्दी में ब्लिथ ट्रैगोपान के सम्बंध में कुछ अच्छी जानकारी भी दी है। मैं दीपक जी का शुक्रिया अदा करते हुए (दोहराव के जोखिम के साथ) वह जानकारी आप सबके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ:-
इस बार बहुत सारे जवाब आए, पर मिलते-जुलते होने के कारण बहुत से लोग प्रारम्भ में ब्लिथ ट्रैगोपान की जगह वेस्टर्न ट्रैगोपान पर अटक गये। पर पहेली का मतलब तो पहेली होता है, और जो व्यक्ति सबसे सही जवाब देता है, वही विजेता चुना जाता है।
इस नज़रिए से चित्र पहेली-96 के विजेता चुने गये हैं Indranil Bhattacharjee ........."सैल"। सैल भाई को इस हेतु हार्दिक बधाई।
हालाँकि आशीष श्रीवास्तव जी ने इससे पहले अपने जवाब में बताते हुए लिखा- था 'बहुत दूर पहुँच गए जी, इस बार नागालैंड टक ये ट्रागोपन(Tragopan) है !'
यह सच है कि ब्लिथ ट्रैगोपान नागालैण्ड का राज्य पक्षी है, पर उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया, सिर्फ नागालैण्ड का नाम लिया और पक्षी का पूरा नाम भी नहीं बताया, इसलिए उनके उत्तर को सही नहीं माना गया। लगता है आशीष भाई, जल्दी में थे, सो इसलिए उनसे रिक्वेस्ट है कि अगली बार पहेली का पूरा और सही जवाब देंगे।
सैल जी के अलावा जिन लोगों ने सही जवाब दिये हैं, उनके नाम हैं- सुश्री/सर्वश्री सीमा गुप्ता, एम0ए0 शर्मा 'सेहर', दर्शन लाल बवेजा, प्रकाश गोविन्द और दीपक मशाल। आप सबको भी हार्दिक बधाईयाँ।
आमतौर से पहेली के जो लोग उत्तर देते हैं, वे उस सम्बंध में कुछ न कुछ जानकारियाँ भी साथ में जोड़ देते हैं। लेकिन ये जानकारियाँ आमतौर से अंग्रेजी में होती हैं। पर इस बार दीपक मशाल जी ने हिन्दी में ब्लिथ ट्रैगोपान के सम्बंध में कुछ अच्छी जानकारी भी दी है। मैं दीपक जी का शुक्रिया अदा करते हुए (दोहराव के जोखिम के साथ) वह जानकारी आप सबके समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ:-
ये है पूर्वी हिमालय और उत्तर-पूर्वी भारत की पहाड़ियों में पाया जाने वाला नर Blyth's Tragopan (Tragopan blythii), जिसे Grey-bellied Tragopan, जिसकी उप प्रजातियाँ हैं- T. blythii blythii और T. blythii molesworthi (Bhutan).
आकार: नर ६७-७० से.मी.; मादा 59 से.मी.
नर की पहचान: इस प्रजाति का प्रौढ़ नर सभी त्रैगोपन में आकार में सबसे बड़ा होता है, यानी कि इसे अत्यधिक चमकदार रंग के पंखों से युक्त बड़ा तीतर समझ सकते हैं. लेकिन इसकी यही ख़ूबसूरती इसकी दुश्मन बनी हुई है और आज यह यह विलुप्ति की कगार पर है.
प्राप्ति: पूर्वी हिमालय और आसाम, नागालैंड, मणिपुर एवं मिजोरम की पदियों में. म्यांमार (पूर्व में वर्मा) की चिं पहाड़ियों में भी मिलता है. यह घने सदाबहार वनों में १७०० मीटर से अधिक की ऊंचाई पर पाए जाते हैं. इनमें भी T. b. molesworthi सबसे ज्यादा दुर्लभ है जो कि पूर्वी भूटान और उससे लगी हुई उत्तर-पूर्वी भारत की मिश्मी पहाड़ियों में पाया जा सकता है.
भोजन: भोजन के लिए ये ताजी पट्टियां, बीज, बेरी, ओक, नए बांस और कीड़ों पर निर्भर होते हैं.
आकार: नर ६७-७० से.मी.; मादा 59 से.मी.
नर की पहचान: इस प्रजाति का प्रौढ़ नर सभी त्रैगोपन में आकार में सबसे बड़ा होता है, यानी कि इसे अत्यधिक चमकदार रंग के पंखों से युक्त बड़ा तीतर समझ सकते हैं. लेकिन इसकी यही ख़ूबसूरती इसकी दुश्मन बनी हुई है और आज यह यह विलुप्ति की कगार पर है.
प्राप्ति: पूर्वी हिमालय और आसाम, नागालैंड, मणिपुर एवं मिजोरम की पदियों में. म्यांमार (पूर्व में वर्मा) की चिं पहाड़ियों में भी मिलता है. यह घने सदाबहार वनों में १७०० मीटर से अधिक की ऊंचाई पर पाए जाते हैं. इनमें भी T. b. molesworthi सबसे ज्यादा दुर्लभ है जो कि पूर्वी भूटान और उससे लगी हुई उत्तर-पूर्वी भारत की मिश्मी पहाड़ियों में पाया जा सकता है.
भोजन: भोजन के लिए ये ताजी पट्टियां, बीज, बेरी, ओक, नए बांस और कीड़ों पर निर्भर होते हैं.
Hardik badhayii Vijetaon aur sabhee Pratibhagiyon ko....
जवाब देंहटाएंthoda tricky jarur thaa..:)
आदरणीय सैल जी को हार्दिक बधाई. अन्य सभी विजेताओं को भी बधाई. इस खुबसूरत रंग बिरंगे पक्षी के बारे में जानना अच्छा लगा.
जवाब देंहटाएंregards
इन्द्रनीलजीजी-"सैल "आपके साथ सभी विजेताओ को बधाई !
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंदर्शन जी, कुछ आप ही सुझाइए न।
जवाब देंहटाएंना जाकिर जी मुझे तो पहेली बुझने मे ज्यादा मजा आता है और वैसे भी आपने मुझे तस्लीम को ज्वाइन करने का निमंत्रण ही नहीं भेजा है हम तो कब से पलक बिछाये बैठे है
जवाब देंहटाएंदर्शन जी, आप अगर तस्लीम को ज्वाईन करना चाहते हैं, तो यह हमारे लिए प्रसन्नता का विषय है। लेकिन इसे ज्वाइन करने के बाद आप इसकी पहेलियाँ बूझने से महरूम हो जाएँगे। क्योंकि कमेंट मॉडरेशन की सुविधा ब्लॉग के जुडे सदस्यों के लिए लागू नहीं होती है। और यह उचित नहीं होगा कि किसी एक व्यक्ति का सही जवाब तो प्रकाशित हो जाए और बाकी सबके रूके रहें। इससे पहेली का मजा किरकिरा हो जाता है।
जवाब देंहटाएंअब आप स्वयं बताएँ कि आप किसे वरीयता देना चाहेंगें?
और जहाँ तक प्रकाश जी की बात है, मुझे मालूम है कि वे एक सुलझे हुए और तत्वज्ञानी व्यक्ति हैं, इस तरह की छोटी-मोटी बातों को दिल पर नहीं लेते।
जवाब देंहटाएंसभी विजेताओं को हार्दिक बधाई !
जवाब देंहटाएंसभी विजेताओं ओर सभी साथियो ओर आप को हार्दिक बधाई
जवाब देंहटाएंsabhi vijetaon ko badhhaii. rajneesh bhai sahab mera bhi jawab sahi tha shayad, kya kisi niyam ke karan mere jawab ko nahi mana gaya?....
जवाब देंहटाएंअजमल भाई, आपका जवाब पहेली का उत्तर प्रकाशित होने के बाद आया था, इसलिए उसका नामोल्लेख नहीं किया गया।
जवाब देंहटाएंसभी को बहुत बहुत बधाई!!
जवाब देंहटाएंहम हार गये क्या??? :(
जवाब देंहटाएंसभी को बधाई...