Indian Super Computer Mihir in Hindi.
मल्टी-पेटाफ्लॉप्स सुपर कम्प्यूटर से सुलझेगी मौसम की गुत्थी
-नवनीत कुमार गुप्ता
देश के दूसरे सबसे तीव्र 2.8 पेटाफ्लॉप कंप्यूटिंग क्षमता वाले सुपर कम्प्यूटर का शुभारंभ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने 30 जनवरी को किया। इस सुपर कंप्यूटर को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत नोएडा स्थित राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र में स्थापित किया गया है। इसे 'मिहिर' नाम दिया गया है।
असल में, इस वर्ष भारत ने कुल 6.8 पेटाफ्लॉप क्षमता के सुपर कंप्यूटर को दो संस्थानों में स्थापित किया है। 6.8 पेटाफ्लॉप एचपीसी क्षमता में से चार पेटाफ्लॉप पुणे के उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान और शेष 2.8 पेटाफ्लॉप कंप्यूटिंग क्षमता पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत नोएडा स्थित राष्ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र में स्थापित की गई है।
भारत का सबसे तेज तथा पहला मल्टी-पेटाफ्लॉप्स सुपरकम्प्यूटर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने 8 जनवरी को पुणे में देश को लोकार्पित किया था। सुपरकम्प्यूटर का नाम प्रत्युष रखा गया है, जिसका अर्थ है सूर्य। इसे पुणे के भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान में स्थापित किया गया है। इस सुपरकम्प्यूटर का उपयोग भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अन्तर्गत मौसम तथा जलवायु की भविष्यवाणी तथा उससे जुड़ी सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए किया जाएगा।
[post_ads]
जलवायु निगरानी एवं मौसम पूर्वानुमान के लिए कंप्यूटिंग क्षमता में वृद्धि करके भारत अब विश्व में चौथे स्थान पर पहुंच गया है। इस सुपर कंप्यूटर की हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग (एचपीसी) क्षमता 6.8 पेटाफ्लॉप है, जो एक सेकेंड में अरबों गणनाएं कर सकता है।
इस तरह की कंप्यूटिंग क्षमता की मदद से भारतीय मौसम विभाग मानसून सहित विभिन्न मौसमी घटनाओं का सटीक पूर्वानुमान आसानी से लगा पाएगा। इसकी मदद से समुद्री तूफानों का पूर्वानुमान भी समय रहते लगाया जा सकेगा। इस सुपर कंप्यूटर की मदद से मिलने वाली मौसमी बदलाव एवं मानसून से जुड़ी जानकारियां तटवर्ती किसानों एवं मछुआरों के लिए विशेष तौर पर उपयोगी साबित होंगी।
अब भारत मौसम एवं जलवायु निगरानी संबंधी कार्यों के लिए ब्रिटेन, जापान और अमेरिका के बाद एचपीसी क्षमता वाला चौथा प्रमुख देश बन गया है। ब्रिटेन 20.4 पेटाफ्लॉप की सर्वाधिक एचपीसी क्षमता वाला देश है। वहीं, जापान की एचपीसी क्षमता 20 पेटाफ्लॉप और अमेरिका की 10.7 पेटाफ्लॉप है। इससे पहले एक पेटाफ्लॉप की क्षमता के साथ भारत आठवें स्थान पर बना हुआ था।
उल्लेखनीय बात यह है कि इस सुपर कंप्यूटर के आने के बाद भारत ने कोरिया (4.8 पेटाफ्लॉप), फ्रांस (4.4 पेटाफ्लॉप) और चीन (2.6 पेटाफ्लॉप) को पीछे छोड़ दिया है। कंप्यूटिंग क्षमता में वृद्धि होने से मौसम, जलवायु एवं महासागरों पर आधारित सेवाओं में सुधार होगा। इस सुपरकम्प्यूटर के द्वारा पूणे स्थित भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान अपनी सेवाओं को ओर उन्नत बनाएगा।
असल में सदियों से मौसम मानव के लिए अहम बना हुआ है। वर्तमान में सामाजिक—आर्थिक रूप से भी मौसमी घटनाएं मानव को प्रभावित करती हैं। है वर्तमान में मौसम पूर्वानुमान में विभिन्न स्रोतों से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण किया जाता है। ये आंकड़ें कृत्रिम उपग्रहों, राडारों, वेधशालाओं आदि विभिन्न स्रोतों से निरंतर जमा होते रहते हैं। इतने विशाल आंकड़ों के शीध्र और सटिक विश्लेषण के लिए अत्याधिक उच्च क्षमता के सुपर कम्प्यूटरों की आवश्यकता होती है। इसलिए हालिया स्थापित 6.8 पेटाफ्लॉप क्षमता के सुपर कंप्यूटर मौसम को ओर सटिकता से समझने में सहायक साबित होंगे।
-लेखक परिचय-
नवनीत कुमार गुप्ता पिछले दस वर्षों से पत्र-पत्रिकाओं, आकाशवाणी एवं दूरदर्शन आदि जनसंचार के विभिन्न माध्यमों द्वारा वैज्ञानिक दृष्टिकोण और पर्यावरण संरक्षण जागरूकता के लिए प्रयासरत हैं। आपकी विज्ञान संचार विषयक लगभग एक दर्जन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं तथा इन पर गृह मंत्रालय के ‘राजीव गांधी ज्ञान विज्ञान मौलिक पुस्तक लेखन पुरस्कार' सहित अनेक पुरस्कार एवं सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। आप विज्ञान संचार के क्षेत्र में कार्यरत संस्था ‘विज्ञान प्रसार’ से सम्बंद्ध हैं। आपसे निम्न मेल आईडी पर संपर्क किया जा सकता है:
keywords:
सुपर कम्प्यूटर, भारतीय सुपर कंप्यूटर का जनक, सुपर कंप्यूटर इन इंडिया, भारत के सुपर कंप्यूटर का नाम, सुपर कंप्यूटर की कीमत, भारत में सबसे तेज सुपर कंप्यूटर, भारत का सबसे तेज सुपर कंप्यूटर, विश्व का सबसे तेज सुपर कंप्यूटर, सुपर कंप्यूटर का उदाहरण, सुपर कम्प्यूटर क्या है, सुपर कम्प्यूटर के जनक
COMMENTS