तंत्र-मंत्र और दुआ-तावीज क्‍या-क्‍या कर सकते हैं?

SHARE:

मध्य वर्गीय परिवार से सम्बंध रखने के कारण मुझे इस बात का बखूबी ज्ञान है कि लोगों के जीवन में तंत्र-मंत्र और दुआ-तावीज का कितना दखल है। म...

मध्य वर्गीय परिवार से सम्बंध रखने के कारण मुझे इस बात का बखूबी ज्ञान है कि लोगों के जीवन में तंत्र-मंत्र और दुआ-तावीज का कितना दखल है। मैं इस विषय पर एक लम्बी विश्लेषणात्मक पोस्ट "साइंस ब्लॉगर्स असोसिएशन" पर लिखना चाह रहा था। पर उस ब्लॉग पर सहयोगी लेखकों की अत्‍यधिक सक्रियता के कारण इस आयोजन को 'तस्‍लीम' पर स्‍थानान्‍तरित करना पडा।

वैसे इस आयोजन के पीछे "साइंस ब्लॉगर्स असोसिएशन" पर प्रकाशित मेरी पोस्ट "चमत्कारी शक्तियों का दावा करने वाले बाबाओं के लिए 22 खुली चुनौतियाँ" पर सिद्धार्थ जोशी की वह टिप्पणी है, जिसमें उन्होंने कहा था- "भूत प्रेत और चमत्‍कार पर तो मैं अभी अब तक यकीन नहीं करता हूं क्‍योंकि मैंने अब तक देखे नहीं है। हां, तंत्र होता है और उसे मैंने महसूस भी किया है।"

सिद्धार्थ जोशी जी की बात को आगे बढाते हुए मैं आप सबसे यह जानना चाहता हूँ कि इस विषय पर आप सबकी क्‍या राय है। आप इस विषय को किस नजरिये से देखते हैं। कृपया खुले मन से  अपने विचारों से अवगत कराने का कष्‍ट करें।

यदि आपका इस तरह का कोई सुखद अथवा दुखद अनुभव है, तो कृपया उसे भी टिप्‍पणी अथवा मेल (zakirlko@gmail.com) करके अपने विचारों से अवश्‍य अवगत कराऍं। साथ ही आपसे आग्रह है कि आप अपनी उम्र, शिक्षा, पेशा एवं निवास स्‍थान के बारे में भी अवश्‍य बताऍं। यदि आपको इस सबसे किसी भी प्रकार का लाभ हुआ है, तो उसका भी स्‍पष्‍ट उल्‍लेख करें और यह बताने का कष्‍ट करें कि आपको किस तरह का लाभ, कितने दिनों में और किसके द्वारा हुआ है। यदि आपको इसके चक्‍कर में किसी प्रकार का नुकसान उठाना पडा है, तो कृपा कर ईमानदारी से उसकी भी सूचना देने का कष्‍ट करें। इस सहयोग के लिए हम आपके हृदय से आभारी होंगे।

यदि आप इस सम्‍बंध में अपनी पहान गुप्‍त रखना चाहते हैं, तो भी आप अपने अनुभव अवश्‍य लिखें। विश्‍वास रखें, हम आपकी इच्‍छा का पूरा सम्‍मान करेंगें।

keywords: dua taweez, dua taweez for love, dua taweez chapter 1, dua taweez in urdu, dua taweez in hindi, tantra mantra in hindi, tantra mantra totke in hindi, tantra mantra to know future, tantra mantra black magic, tantra mantra vidya sadhana in hindi

COMMENTS

BLOGGER: 25
  1. वाकई इस मामले में बड़ा रहस्यमयी माहोल है ..आप कुछ निष्कर्ष पर पहुंचे,ये मेरी आशा है...

    जवाब देंहटाएं
  2. चलिए अच्छा है ,आपने एक सामयिक शुरुआत की है .

    जवाब देंहटाएं
  3. इस श्रंखला के निष्कर्षों के प्रति उत्सुकता रहेगी.

    जवाब देंहटाएं
  4. Nice one.
    -----------------------

    विश्व पर्यावरण दिवस(५ जून) पर "शब्द-सृजन की ओर" पर मेरी कविता "ई- पार्क" का आनंद उठायें और अपनी प्रतिक्रिया से अवगत कराएँ !!

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत ही अच्छी पहल...
    हाँ मुझे इन सब पे विश्वास है...
    कुछ तो है... जिसकी अलग दुनिया है...
    मीत

    जवाब देंहटाएं
  6. भाई सब से पहले तो यह पट्टी हटा ले तो अच्छा लगेगा, कमबख्त बहुत तंग करती है.
    बाकी मुझे इन बातो पर बिलकुल भी विशवास नही, लेकिन तंत्रिक लोग कुछ ऎसा महोल बना देते है कि सब कुछ अजीब सा लगने लगता है बाकी ओर कुछ नही है, चलिये आप ने पहल की है देखे अन्य लोग क्या कहते है.

    जवाब देंहटाएं
  7. तस्लीम भाइ ये तो आप बहुत ही बडिया काम कर रहे हैं दर असल् मैने अस्पताल मे 35 सल नौकरी की है और देखा है कि केसे लोग इन जन्त्र मन्त्र के चक्करों मे पड कर अपने जीवन से खेल रहे हैं सब देखते हुये भी अस्पताल के पढे लिखे लोगों को भी इस फेर मे फंसते देखा है घटनायें बहुत देखी हैण पर लिखते हुये समय लगेगा आप ये एक तरह से समाज सेवा ही कर रहे हैं शुभकामनायें आभार्

    जवाब देंहटाएं
  8. sahee baat hai aap ek tarah kee samaaj sewa kara rahe hai ......jo sabke bas kee baat nahee hoti...achchhi muhim

    जवाब देंहटाएं
  9. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
  10. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
  11. ब्लॉग जगत का हाल ही अजीब है !
    वाह ... वाह से आगे कोई बात ही नहीं होती !
    बिलकुल वही द्रश्य है कि पंडित जी कुछ भी बोलें बस स्वाहा ... स्वाहा कहते रहना है !

    आप चाहे कितनी भी महत्वपूर्ण बात कहें बस स्वाहा ... स्वाहा यानी "बहुत खूब" .... "बढ़िया लिखा है" !

    मेरा तो भैया पूजा-पाठ .... ज्योतिष .... तंत्र-मंत्र से छत्तीस का आंकडा रहा है ! बहुत साल तक तो मैं खुद ही इन सबके पीछे भूत की तरह पड़ा रहा ! मेरे सामने आज तक जो भी आया मेरी खुली चुनौती रही कि बगैर मुझे छुए और खिलाये मेरा जो बिगाड़ पाओ बिगाड़ लो ! मैं आपके ब्लॉग के माध्यम से भी दुनिया के किसी भी तंत्र-मंत्र जानने वाले तांत्रिक या ओझा को चैलेन्ज करता हूँ !

    अगर मैं अपने अनुभव यहाँ बाटूंगा तो बहुत लम्बी प्रतिक्रिया हो जायेगी ! बस इतना ही कहूँगा कि बनारस जैसी अध्यात्मिक नगरी से अत्यंत घनिष्ठ सम्बन्ध होने के कारण दुनिया भर के औघड़, पंडा, नागा, धोती वाले बाबा, चिमटे वाले बाबा....पानी वाले बाबा ... काँटों वाले बाबा जाने कहाँ-कहाँ के बाबा लोगों से वास्ता पड़ा ! सब ठगी... भ्रम, मनोविज्ञान और झांसेबाजी का खेल है ! भैया झूठ क्यों कहें अगर मेरे साथ मेरे शुभचिंतक न होते तो कई जगह तो पिट गया होता !

    लेकिन आप लाख प्रमाण दें ... लाख वैज्ञानिक सत्य को सामने लायें कोई फायदा नहीं ..... जीत हमेशा आस्था .... संस्कार की होगी ! मेरे घर वाले खुद ही इन सब पर बहुत विशवास करते हैं औरों को क्या कहूँ ?

    जवाब देंहटाएं
  12. मेरा कुछ ऐसा अनुभव रहा है। मेरे नाना जी बिच्छू का डंक झाड़कर ठीक कर देते थे। उनके न झाड़ने पर मैं बेहोश तक हो जाया करता था, यह तब पता चला, जब एक बार डंक मारने पर वो नहीं थे। और कोई मंत्र या भूत-प्रेत का प्रत्यक्ष अनुभव नहीं है। भूत खोजने के लिए गांव में बहुत भटका हूं। जितने पीपल पर जिन्न रहते थे, लोग कहते कि यहां पेशाब करने पर जिन्न, भूत पकड़ता है-- मैने पेशाब कर-करके देखा, लेकिन वह नहीं मिला।
    अगर मंत्र है भी १ लाख में से एक सही है। बाकी सब झूठे होते हैं, इसलिए इस पर विश्वास न करना ही लाभदायक है।

    जवाब देंहटाएं
  13. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
  14. जिस के जीवन मे इस से कोई फायदा मिला होगा वह इन पर विश्वास करेगा। जिन्हे ऐसी बातों से वास्ता नही पड़ा होगा वह विश्वास नही करेगा।

    जवाब देंहटाएं
  15. आप बिना गुड खाए, गुड का स्वाद जानने का प्रयत्न कर रहे हैं। भई मोती चुनने के लिए समुद्र में गहरा उतरना पडता है, ओर आप हैं कि समुद्र किनारे ये सोच पाले बैठे हैं कि "यदि आज पानी के बहाव मे बहकर किनारे पर मोती आ गए तो मैं मान लूंगा कि समुद्र में मोती होते हैं।" यदि आप इन सब की वैज्ञानिकता परखना चाहते है तो एक बार स्वयं इसकी परीक्षा करके देखिए। इन विधाओं के किसी जानकार व्यक्ति के मार्गदर्शन में थोडा समय खर्च कीजिए, फिर किसी नतीजे पर पहुंचिए। ये नहीं कि चार लोगों ने कह दिया कि ये सब बेफालतू और अंधविश्वास की बाते हैं तो उनके कहे को अन्तिम सत्य मान बैठे।

    नमस्कार

    जवाब देंहटाएं
  16. माननीय डी.के.शर्मा"वत्स" जी

    पता नहीं क्यों लग रहा है कि आप मुझसे संबोधित हैं ! मुझे कहीं न कहीं यह भी यकीन था कि आप और एक महिला (नाम नहीं लूँगा) अवश्य इस पोस्ट पर आयेंगे ! जब रोजी-रोटी और झूठी प्रतिष्ठा का प्रश्न हो तो कमजोर से कमजोर व्यक्ति भी खडा हो जाता है !

    महोदय आप यह कैसे कह सकते हैं कि मैं बिना गुड खाए गुड का स्वाद जानने का प्रयास कर रहा हूँ ?

    इतनी जल्दी निष्कर्ष न निकालिए ! आपने ध्यान नहीं दिया मैंने खुली चुनौती दी है ! जो कुछ भी होगा सबके सामने होगा .... और तस्लीम के ब्लॉग पर ही होगा क्योंकि सामने तो कोई आने से रहा ! कोई चुनौती का सामने करने वाला सामने आये तो सही ! अपने आप सामने आ जाएगा कि कौन समुन्दर में है कौन नदी में और कौन तालाब में ?

    यह जो पंडित लोग दुनिया भर की भविष्यवाणी करते फिरते हैं .... कब पानी बरसेगा ... कब कौन चुनाव जीतेगा ... कब भूकंप आएगा ... कब कौन विदेश जाएगा ... पैसा होगा कि नहीं ,,,,,,,, ????

    अब जरा कोई यहाँ सबके सामने आकर अपनी विद्वता का प्रदर्शन करे तो कुछ बात बने !

    जवाब देंहटाएं
  17. is tarh ke andh vishwas aur jantr-mantar mai to apna bhi vishwas kabhi nahi raha...aur aage bhi kabhi nahi hoga...

    jo is tarh ke kaam karte hai mujhe lagta hai wo bhagwaan ke naam pe logo ko bewkuf banate hai aur log bevkuf bante hai...

    mai to yahi umid kar sakti hu ki apki is sarthak pahal ka logo ko uper achha asar pare aur log apni ankhe khole...

    जवाब देंहटाएं
  18. क्या कहूं इस बात पर ना वो तंत्र है ना वो मंत्र है फिर भी वो कुछ अलग है। नहीं जानता मैं, कि क्या कहूं। राज भाटिया जी की बात से सहमत हूं। पता नहीं वो कैसे माहौल बना डालते हैं कि समझ नहीं आता, लोग भगवान मानने लगते हैं। एक को जानता हूं कभी मौका मिला तो लिखूंगा। करुंगा पहल।

    पहली बार यहां आना हुआ और लगता है कि अब हर बार यहां आना होता रहेगा। आप मेरे ब्लॉग पर आकर अपनी राय छोड़ गए वो अच्छी लगी और बाद में आने वाले सभी ने उसी को कॉपी किया।

    जवाब देंहटाएं
  19. इस बारे में मैं यह कहना चाहुंगी कि पहले तो मैं एसे कोइ मंत्र-तत्र में विश्वास नहिं करती। मेरा यहाँ मानना है कि आदमी अपने कर्म से सुखी और अपने ही कर्म से दुख़ी।
    पर मेरी ज़िन्दगी का एक ऐसा सत्य उसे मै क्या नाम दुं उसकी दुविधा में हुं।
    हमारे यहां पहले नवाबी राज हुआ करता था। जिस घराने की में आज बहु हुं।
    मेरी उम्र तब 10 साल की होगी। हमारे नवाब साहब के यहाँ उन दिनों एक हादसा हुआ। उन के नौकर की मौत हो गइ बन्दुक की गोली से। राजकुमार को कस्ट्डी ले जाया गया।
    मेरी अम्मी ने हमारा छोटे-छोटे चारों भाइ-बहनों को अपने पास बैठाया। कहा कि मेरी दुआ ख़्त्म होते ही तुम सब ये दुआ करोगे कि "ए रब! हमारे नवाब साहब के फ़रज़न्द बे-कसुर हैं, उनकी जल्द रिहाइ हो जाए। और हमारा चारों भाइ-बहन उन के ख़्वाब में जाकर ये कहें कि" आप फ़िकर न करें हमारा आपकी दुआ करते है"
    अब इसे जो भी कहें हमारा चारों भाइ-बहन उसी रात उनके ख़्वाब में गये।
    दुसरे दिन सुबहा उन्हों ने ये कहलवाया कि में उन चारों बच्चों से मिलना चाहता हुं।
    21 वीं सदी के इस वाकेयात को हम क्या कहेंगे?
    पता नहिं।आज भी मैं हैरान हुं इस के जवाब के लिये!!!

    जवाब देंहटाएं
  20. इस बारे में मैं यह कहना चाहुंगी कि पहले तो मैं एसे कोइ मंत्र-तत्र में विश्वास नहिं करती। मेरा यहाँ मानना है कि आदमी अपने कर्म से सुखी और अपने ही कर्म से दुख़ी।
    पर मेरी ज़िन्दगी का एक ऐसा सत्य उसे मै क्या नाम दुं उसकी दुविधा में हुं।
    हमारे यहां पहले नवाबी राज हुआ करता था। जिस घराने की में आज बहु हुं।
    मेरी उम्र तब 10 साल की होगी। हमारे नवाब साहब के यहाँ उन दिनों एक हादसा हुआ। उन के नौकर की मौत हो गइ बन्दुक की गोली से। राजकुमार को कस्ट्डी ले जाया गया।
    मेरी अम्मी ने हमारा छोटे-छोटे चारों भाइ-बहनों को अपने पास बैठाया। कहा कि मेरी दुआ ख़्त्म होते ही तुम सब ये दुआ करोगे कि "ए रब! हमारे नवाब साहब के फ़रज़न्द बे-कसुर हैं, उनकी जल्द रिहाइ हो जाए। और हमारा चारों भाइ-बहन उन के ख़्वाब में जाकर ये कहें कि" आप फ़िकर न करें हमारा आपकी दुआ करते है"
    अब इसे जो भी कहें हमारा चारों भाइ-बहन उसी रात उनके ख़्वाब में गये।
    दुसरे दिन सुबहा उन्हों ने ये कहलवाया कि में उन चारों बच्चों से मिलना चाहता हुं।
    21 वीं सदी के इस वाकेयात को हम क्या कहेंगे?
    पता नहिं।आज भी मैं हैरान हुं इस के जवाब के लिये!!!

    जवाब देंहटाएं
  21. abhi tak to jeevan me kabhi koi vasta nhi pda .agr kuch bhi jankari
    milegito avshy bataugi .
    apko is pahal ke liye shubhkamnaye.

    जवाब देंहटाएं
वैज्ञानिक चेतना को समर्पित इस यज्ञ में आपकी आहुति (टिप्पणी) के लिए अग्रिम धन्यवाद। आशा है आपका यह स्नेहभाव सदैव बना रहेगा।

नाम

अंतरिक्ष युद्ध,1,अंतर्राष्‍ट्रीय ब्‍लॉगर सम्‍मेलन,1,अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी ब्लॉगर सम्मेलन-2012,1,अतिथि लेखक,2,अन्‍तर्राष्‍ट्रीय सम्‍मेलन,1,आजीवन सदस्यता विजेता,1,आटिज्‍म,1,आदिम जनजाति,1,इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी,1,इग्‍नू,1,इच्छा मृत्यु,1,इलेक्ट्रानिकी आपके लिए,1,इलैक्ट्रिक करेंट,1,ईको फ्रैंडली पटाखे,1,एंटी वेनम,2,एक्सोलोटल लार्वा,1,एड्स अनुदान,1,एड्स का खेल,1,एन सी एस टी सी,1,कवक,1,किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज,1,कृत्रिम मांस,1,कृत्रिम वर्षा,1,कैलाश वाजपेयी,1,कोबरा,1,कौमार्य की चाहत,1,क्‍लाउड सीडिंग,1,क्षेत्रीय भाषाओं में विज्ञान कथा लेखन,9,खगोल विज्ञान,2,खाद्य पदार्थों की तासीर,1,खाप पंचायत,1,गुफा मानव,1,ग्रीन हाउस गैस,1,चित्र पहेली,201,चीतल,1,चोलानाईकल,1,जन भागीदारी,4,जनसंख्‍या और खाद्यान्‍न समस्‍या,1,जहाँ डॉक्टर न हो,1,जितेन्‍द्र चौधरी जीतू,1,जी0 एम0 फ़सलें,1,जीवन की खोज,1,जेनेटिक फसलों के दुष्‍प्रभाव,1,जॉय एडम्सन,1,ज्योतिर्विज्ञान,1,ज्योतिष,1,ज्योतिष और विज्ञान,1,ठण्‍ड का आनंद,1,डॉ0 मनोज पटैरिया,1,तस्‍लीम विज्ञान गौरव सम्‍मान,1,द लिविंग फ्लेम,1,दकियानूसी सोच,1,दि इंटरप्रिटेशन ऑफ ड्रीम्स,1,दिल और दिमाग,1,दिव्य शक्ति,1,दुआ-तावीज,2,दैनिक जागरण,1,धुम्रपान निषेध,1,नई पहल,1,नारायण बारेठ,1,नारीवाद,3,निस्‍केयर,1,पटाखों से जलने पर क्‍या करें,1,पर्यावरण और हम,8,पीपुल्‍स समाचार,1,पुनर्जन्म,1,पृथ्‍वी दिवस,1,प्‍यार और मस्तिष्‍क,1,प्रकृति और हम,12,प्रदूषण,1,प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड,1,प्‍लांट हेल्‍थ क्‍लीनिक,1,प्लाज्मा,1,प्लेटलेटस,1,बचपन,1,बलात्‍कार और समाज,1,बाल साहित्‍य में नवलेखन,2,बाल सुरक्षा,1,बी0 प्रेमानन्‍द,4,बीबीसी,1,बैक्‍टीरिया,1,बॉडी स्कैनर,1,ब्रह्माण्‍ड में जीवन,1,ब्लॉग चर्चा,4,ब्‍लॉग्‍स इन मीडिया,1,भारत के महान वैज्ञानिक हरगोविंद खुराना,1,भारत डोगरा,1,भारत सरकार छात्रवृत्ति योजना,1,मंत्रों की अलौकिक शक्ति,1,मनु स्मृति,1,मनोज कुमार पाण्‍डेय,1,मलेरिया की औषधि,1,महाभारत,1,महामहिम राज्‍यपाल जी श्री राम नरेश यादव,1,महाविस्फोट,1,मानवजनित प्रदूषण,1,मिलावटी खून,1,मेरा पन्‍ना,1,युग दधीचि,1,यौन उत्पीड़न,1,यौन शिक्षा,1,यौन शोषण,1,रंगों की फुहार,1,रक्त,1,राष्ट्रीय पक्षी मोर,1,रूहानी ताकत,1,रेड-व्हाइट ब्लड सेल्स,1,लाइट हाउस,1,लोकार्पण समारोह,1,विज्ञान कथा,1,विज्ञान दिवस,2,विज्ञान संचार,1,विश्व एड्स दिवस,1,विषाणु,1,वैज्ञानिक मनोवृत्ति,1,शाकाहार/मांसाहार,1,शिवम मिश्र,1,संदीप,1,सगोत्र विवाह के फायदे,1,सत्य साईं बाबा,1,समगोत्री विवाह,1,समाचार पत्रों में ब्‍लॉगर सम्‍मेलन,1,समाज और हम,14,समुद्र मंथन,1,सर्प दंश,2,सर्प संसार,1,सर्वबाधा निवारण यंत्र,1,सर्वाधिक प्रदूशित शहर,1,सल्फाइड,1,सांप,1,सांप झाड़ने का मंत्र,1,साइंस ब्‍लॉगिंग कार्यशाला,10,साइक्लिंग का महत्‍व,1,सामाजिक चेतना,1,सुरक्षित दीपावली,1,सूत्रकृमि,1,सूर्य ग्रहण,1,स्‍कूल,1,स्टार वार,1,स्टीरॉयड,1,स्‍वाइन फ्लू,2,स्वास्थ्य चेतना,15,हठयोग,1,होलिका दहन,1,‍होली की मस्‍ती,1,Abhishap,4,abraham t kovoor,7,Agriculture,8,AISECT,11,Ank Vidhya,1,antibiotics,1,antivenom,3,apj,1,arshia science fiction,2,AS,26,ASDR,8,B. Premanand,5,Bal Kahani Lekhan Karyashala,1,Balsahitya men Navlekhan,2,Bharat Dogra,1,Bhoot Pret,7,Blogging,1,Bobs Award 2013,2,Books,57,Born Free,1,Bushra Alvera,1,Butterfly Fish,1,Chaetodon Auriga,1,Challenges,9,Chamatkar,1,Child Crisis,4,Children Science Fiction,2,CJ,1,Covid-19,7,current,1,D S Research Centre,1,DDM,5,dinesh-mishra,2,DM,6,Dr. Prashant Arya,1,dream analysis,1,Duwa taveez,1,Duwa-taveez,1,Earth,43,Earth Day,1,eco friendly crackers,1,Education,3,Electric Curent,1,electricfish,1,Elsa,1,Environment,32,Featured,5,flehmen response,1,Gansh Utsav,1,Government Scholarships,1,Great Indian Scientist Hargobind Khorana,1,Green House effect,1,Guest Article,5,Hast Rekha,1,Hathyog,1,Health,69,Health and Food,6,Health and Medicine,1,Healthy Foods,2,Hindi Vibhag,1,human,1,Human behavior,1,humancurrent,1,IBC,5,Indira Gandhi Rajbhasha Puraskar,1,International Bloggers Conference,5,Invention,9,Irfan Hyuman,1,ISRO,5,jacobson organ,1,Jadu Tona,3,Joy Adamson,1,julian assange,1,jyotirvigyan,1,Jyotish,11,Kaal Sarp Dosha Mantra,1,Kaal Sarp Yog Remady,1,KNP,2,Kranti Trivedi Smrati Diwas,1,lady wonder horse,1,Lal Kitab,1,Legends,12,life,2,Love at first site,1,Lucknow University,1,Magic Tricks,9,Magic Tricks in Hindi,9,magic-tricks,8,malaria mosquito,1,malaria prevention,1,man and electric,1,Manjit Singh Boparai,1,mansik bhram,1,media coverage,1,Meditation,1,Mental disease,1,MK,3,MMG,6,Moon,1,MS,3,mystery,1,Myth and Science,2,Nai Pahel,8,National Book Trust,3,Natural therapy,2,NCSTC,2,New Technology,10,NKG,74,Nobel Prize,7,Nuclear Energy,1,Nuclear Reactor,1,OPK,2,Opportunity,9,Otizm,1,paradise fish,1,personality development,1,PK,20,Plant health clinic,1,Power of Tantra-mantra,1,psychology of domestic violence,1,Punarjanm,1,Putra Prapti Mantra,1,Rajiv Gandhi Rashtriya Gyan Vigyan Puraskar,1,Report,9,Researches,2,RR,2,SBWG,3,SBWR,5,SBWS,3,Science and Technology,5,science blogging workshop,22,Science Blogs,1,Science Books,56,Science communication,22,Science Communication Through Blog Writing,7,Science Congress,1,Science Fiction,13,Science Fiction Articles,5,Science Fiction Books,5,Science Fiction Conference,8,Science Fiction Writing in Regional Languages,11,Science Times News and Views,2,science-books,1,science-puzzle,44,Scientific Awareness,5,Scientist,38,SCS,7,SD,4,secrets of octopus paul,1,sexual harassment,1,shirish-khare,4,SKS,11,SN,1,Social Challenge,1,Solar Eclipse,1,Steroid,1,Succesfull Treatment of Cancer,1,superpowers,1,Superstitions,51,Tantra-mantra,19,Tarak Bharti Prakashan,1,The interpretation of dreams,2,Tips,1,Tona Totka,3,tsaliim,9,Universe,27,Vigyan Prasar,33,Vishnu Prashad Chaturvedi,1,VPC,4,VS,6,Washikaran Mantra,1,Where There is No Doctor,1,wikileaks,1,Wildlife,12,Zakir Ali Rajnish Science Fiction,3,
ltr
item
Scientific World: तंत्र-मंत्र और दुआ-तावीज क्‍या-क्‍या कर सकते हैं?
तंत्र-मंत्र और दुआ-तावीज क्‍या-क्‍या कर सकते हैं?
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiZ3Owo5HuI2dKMR852NzynPUOXYi5KNd7BpqhbCuOqDBTlZpoenuQD4aZVVh_JH5HGn1w0G5jh1-YFlcjIX6UElpkWBMS-aPNhe2xaKpm_y__-JhyLtWhacX9t_6zbGzjHJvHO8sMCyDhU/s1600/duaa+taweez.JPG
https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiZ3Owo5HuI2dKMR852NzynPUOXYi5KNd7BpqhbCuOqDBTlZpoenuQD4aZVVh_JH5HGn1w0G5jh1-YFlcjIX6UElpkWBMS-aPNhe2xaKpm_y__-JhyLtWhacX9t_6zbGzjHJvHO8sMCyDhU/s72-c/duaa+taweez.JPG
Scientific World
https://www.scientificworld.in/2009/06/blog-post_04.html
https://www.scientificworld.in/
https://www.scientificworld.in/
https://www.scientificworld.in/2009/06/blog-post_04.html
true
3850451451784414859
UTF-8
Loaded All Posts Not found any posts VIEW ALL Readmore Reply Cancel reply Delete By Home PAGES POSTS View All RECOMMENDED FOR YOU LABEL ARCHIVE SEARCH ALL POSTS Not found any post match with your request Back Home Sunday Monday Tuesday Wednesday Thursday Friday Saturday Sun Mon Tue Wed Thu Fri Sat January February March April May June July August September October November December Jan Feb Mar Apr May Jun Jul Aug Sep Oct Nov Dec just now 1 minute ago $$1$$ minutes ago 1 hour ago $$1$$ hours ago Yesterday $$1$$ days ago $$1$$ weeks ago more than 5 weeks ago Followers Follow THIS PREMIUM CONTENT IS LOCKED STEP 1: Share to a social network STEP 2: Click the link on your social network Copy All Code Select All Code All codes were copied to your clipboard Can not copy the codes / texts, please press [CTRL]+[C] (or CMD+C with Mac) to copy