जी हॉं, आशा के अनुरूप इस बार की पहेली में सभी ने सही पहचाना। चित्र में दिखाया गया फोटो आम्र मंजरी का ही है, जिसे आम का बौर भी कहते हैं। ...
जी हॉं, आशा के अनुरूप इस बार की पहेली में सभी ने सही पहचाना। चित्र में दिखाया गया फोटो आम्र मंजरी का ही है, जिसे आम का बौर भी कहते हैं। इसे आम का फूल भी कहा जा सकता है और यह कामदेव के पॉंच पुष्प बाणों में से एक है।
आप सभी को बधाई देते हुए यहॉं पर जिसने जो कहा, उसके उत्तर वैसे के वैसे प्रस्तुत हैं। हालॉंकि आप हो सकता है इन्हें पहले भी पढ चुके हों, पर इनमें से कई जवाब बडे मजेदार हैं। आप इन्हें पढें और इन्ज्वॉय करें।
ताऊ रामपुरिया - साहब जी इसको हमारे यहां तो आम का बोर या मोर बोलते हैं और नही तो आम के पेड का फ़ूल कह लो जी. -
अल्पना वर्मा - yah 'mango flowers' hain... ek malaysian site par same picture hai.
yah picture malaysian mango ke ped ke flowers ki hai-link nahin de rahi kyon ki manaa hai.
Parul - aam ka manjar
महेन्द्र मिश्र - आम का बौर है अभी फूल लग रहे है ...
महेन्द्र मिश्र - आम का बौर है अभी फूल लग रहे है ...
रंजन - पत्ते तो आम के लग रहे है... फूल भी आम के ही होगें...
संगीता पुरी - सचमुच बहुत आसान है.....हमारे यहां तो इसे आम का मंजर ही कहते हैं.....अभी वसंत के हवा के झोंके में इसकी खुश्बू आती रहती है।
संगीता पुरी - सचमुच बहुत आसान है.....हमारे यहां तो इसे आम का मंजर कहते हैं.....अभी वसंत के हवा के झोंके में इसकी खुश्बू आती रहती है।
Udan Tashtari - आम की बोर मान लेने में फिलहाल कोई बुराई नहीं है. आखिर ताऊ भी तो वो ही कह रहा है और वो तो गाँव का घणा होशियार छोरा है.
वर्षा - pattiyan pahchanne ki koshish kar rahi thi, phool pahchanane ke liye
अभिषेक ओझा - हम तो आम के मंजर कहते हैं. हजारी प्रसाद द्विवेदी कहते हैं 'आम बौरा गए'. इसमें कोयल मतवाली होकर कूकने लगती है. आप जो कह लो.
रंजना [रंजू भाटिया] - आम के मंजर ..बौर वही है इस मौसम में
seema gupta - " देर से आना हुआ और जवाब सभी दे चुके हैं....आम का बोर ही है.."
http://tbn0.google.com/images?q=tbn:APIolxPNk2qpwM:http://www.simplemalaysian.com/fruits/mango/images/mango_flower_rz.jpg
(moderation on hai isliye link diya hai....same picture yhan hai)
Abhishek - आम के मंजर ही कहूँगा मैं भी इन्हे.
मीत - आम की बौर है... १००% लाक कर दीजिये..
ज़ाकिर अली ‘रजनीश’ - मैं तो इसमें कोयलिया को खोज रहा था, पर वह दिखाई नहीं पड रही। अरे भई, जब आम में बौर आते हैं, तो कोयल भी कूहु कूहु बोले बिना कहां रह पाती है।
P.N. Subramanian - हम तो चूक ही गए थे. भला हो महेंद्र मिश्रा जी का. निश्चित ही यह grafted variety आम के पेड़ में बौर ही है.
राज भाटिय़ा - अजी जब सब इसे आम कह रहे है तो आम ही होगा, राम राम जी की, वेसे आज कल तो वेसे भी बागो मे इस तरह का चित्र दिख जाता है. धन्यवाद
प्रदीप मानोरिया - बात यह कितनी ख़ास है , अथवा यह है आम |
जो सवाल है आपका उसका उत्तर आम ||
Harkirat Haqeer - Ab janta ka mat yahi hai to hum bhi janta k sath hi hain bhi ..lock kr den...!!
प्रथम विजेता को घणी बधाई और बाकी सब विजेताओं को अति विशेष बधाई.
जवाब देंहटाएंरामराम.
प्रथम आने वाले को बधाई .यह तो सबने सही बताना ही था .आम के पेड़ से तो हर कोई वाकिफ है :)
जवाब देंहटाएंप्रथम विजेता को घणी बधाई और बाकी सब विजेताओं को अति विशेष बधाई.
जवाब देंहटाएंha ha ha ha ha ha hum bhi tau ji ke sath hain.....
regards
सबों को बधाई !!!!
जवाब देंहटाएंजब सबने सही उत्तर दिए है . सबसे पहले ताऊ ने उत्तर दिया है उन्हें विजेता माना जाए . सभी विजेताओं को क्रमबार बधाई .
जवाब देंहटाएंसभी को ढेरो बधाई...
जवाब देंहटाएंमीत
प्रथम विजेता को घणी बधाई और बाकी सब विजेताओं को अति विशेष बधाई
जवाब देंहटाएंTaau ji pratham vijeta ghoshit hue!
bahut bahut badhayee.
sabhi ko badhayee...
विजेताओं को बधाई और नई पहेली का इन्तिज़ार .
जवाब देंहटाएंसभी प्रतिभागियों को बधाई.
जवाब देंहटाएंसभी को बहुत बधाई, अब जल्दी से एक टोकरा देशी आमो का भेज दो...
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
जो अबकी समझ में आ गया आम ही हो सकता है खास नहीं कोई खास चीज दिखाइये महामंत्री जी
जवाब देंहटाएंसब सही, सभी खुश, सभी जनों को बधाई।
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